राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 17 से 21 दिसंबर तक हैदराबाद में स्थित ‘राष्ट्रपति निलयम’ में प्रवास करेंगी। प्रेसिडेंट मु्र्मू की इस यात्रा को लेकर तेलंगाना की मुख्य सचिव शांति कुमारी ने अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें तालमेल के साथ काम करने पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की यात्र को लेकर मुख्य सचिव ने स्वास्थ, नगर प्रबंधन और पुलिस समेत कई विभागों को निर्देश दिए है।
वन विभाग के ऑफिसर्स से कहा गया कि वे सांप पकड़ने वालों को तैनात करें और राष्ट्रपति निलयम में सांपों को पकड़ने का काम पहले ही पूरा कर लें। एक ऑफिशियल विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि निलयम में सांप पकड़ने वालों की एक टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। इसी तरह, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के समन्वय से निलयम और उसके आसपास बंदरों के खतरे से निपटने के लिए स्पेशल को तैनात करने के लिए कहा गया है।
ये स्थान एकता का प्रतीक
जानकारी दें कि भारत के राष्ट्रपति सालभर में कम से कम एक बार राष्ट्रपति निलयम में प्रवास करते हैं और यहीं से ऑफिशियल कार्यों का संचालन करते हैं। शिमला में ‘द रिट्रीट बिल्डिंग’ और हैदराबाद में ‘राष्ट्रपति निलयम’ (प्रेसिडेंशियल रिट्रीट) का स्थान देश में भारत के राष्ट्रपति कार्यालय की एकीकृत भूमिका को प्रदर्शित करते है। ये स्थान, एक नॉर्थ में और दूसरा साउथ में, देश की एकता और विविध संस्कृतियों व लोगों की एकता का प्रमाण हैं।
90 एकड़ में फैली है इमारत
बता दें कि शहर के बोलारम स्थित ‘राष्ट्रपति निलयम भवन’ को देश की आजादी के बाद हैदराबाद के निजाम से लेकर राष्ट्रपति सचिवालय को सौंप दिया गया था। इस इमारत का कुल क्षेत्रफल 90 एकड़ है, जिसका निर्माण वर्ष 1860 के दौरान हुआ था। इस एक मंजिला इमारत के परिसर में 11 कमरे हैं।(Input PTI)
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