बिहार में मुस्लिम वोटर 18 प्रतिशत से ज्यादा हैं। 243 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर हार-जीत तय करता है। नीतीश कुमार के लिए महादलित और मुस्लिम कॉम्बिनेशन कई चुनावों से काम करता रहा है।
मुझे लगता है कि त्योहार के मौके पर गरीबों को जो भी सौगात मिले, उसका स्वागत होना चाहिए। हर बात में सियासत घुसाने की कोई जरूरत नहीं है।
जस्टिस यशवंत वर्मा के केस के बाद पैदा हुई परिस्थितियों पर चर्चा के लिए, आज राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने सभी पार्टियों के फ्लोर लीडर्स की मीटिंग बुलाई...
आज सुबह सुबह ही जस्टिस यशवन्त वर्मा का मुद्दा राज्यसभा में उठा...कांग्रेस के नेताओं ने सारा कामकाज रोककर इस पर चर्चा की मांग की... हालांकि चेयरमैन जगदीप धनकड़ ने चर्चा की परमीशन नहीं दी....लेकिन धनखड़ ने सदन के नेता जेपी नड्डा और लीडर ऑप अपोजीशन मल्लिकार्जुन खरगे को अपने चेंबर में बुलाकर मीटिंग की..
टाइम्स ऑफ इंडिया में खबर छपी कि दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के सरकारी बंगले में होली के दिन. 14 मार्च को रात साढ़े ग्यारह बजे आग लग गई थी. उस वक्त जस्टिस वर्मा घर में नहीं थे. परिवार के लोगों ने फायर ब्रिगेड के लिए कॉल की.
क्या बिहार में इतनी आसानी से हथियार मिल रहे हैं और किसी वारदात के बाद इतनी आसानी से हथियार गायब हो जाते हैं? क्या ये पुलिस की नाकामी नहीं है? हकीकत यही है कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब हुई है।
ये उस वक्त की तस्वीरे हैं, जब 286 दिन के बाद सुनीता विलियम्स ने धरती पर कदम रखा....सुनीता विलियम्स और बुल विल्मोर ने 9 महीने और 13 दिन के बाद इंडियन टाइम के मुताबिक रात 3 बजकर 27 मिनट पर फ्लोरिडा के तट पर लैंड किया....
वापसी से एक दिन पहले पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स को एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होने कहा कि ‘भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं’। गुजरात के महेसाणा जिले के झूलासन गांव में लोगों ने नगाड़े बजा कर और पटाखे चला कर सुनीता की वापसी पर जश्न मनाया।
नागपुर में फिलहाल सिचुएशन अंडर कंट्रोल है..लेकिन लोग डरे हुए हैं....इसलिए आज नागपुर में ज्यादातर बाजार बंद रहे...लोग घरों से नहीं निकले....पुलिस भी मौके की नजाकत को समझ रही है...
होली की छुट्टियों के बाद आज पार्लियामेंट की कार्यवाही शुरू हुई..और आज ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ बिल के मुद्दे पर तमाम पार्टियों के नेताओं और बड़े बड़े मौलानाओं को जुटाकर सरकार पर प्रेशर बनाने की कोशिश की....नेता भी पहुंचे...भीड़ भी इकट्ठी हुई....लेकिन बयानबाजी सिर्फ सियासी हुई....
होली और रमजान का जुमा पूरे 64 साल के बाद एक साथ आया. ऐसे नाजुक मौके पर संभल में जो हुआ वो पिछले 46 साल में कभी नहीं हुआ था. ना कर्फ्यू ना दंगा, यूपी में सब चंगा- योगी आदित्यनाथ जब मंच में ऐसा कहते हैं तो उसका मतलब क्या होता है, ये आज समझ में आया...
बलोचिस्तान में दो दिन पहले बोलान ज़िले में अगवा की गई ट्रेन को छुड़ा लिया गया है... ज़ख़्मी मुसाफ़िरों और मारे गए लोगों के शव लेकर जाफर एक्सप्रेस क्वेटा लौट आई है... पाकिस्तान की हुकूमत का कहना है कि इस ऑपरेशन में फौज का कोई भी जवान शहीद नहीं हुआ...
बलूच लोग अपने लिए अलग मुल्क की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बलूचिस्तान में सबसे ज्यादा प्रकृतिक संसाधन हैं, और पाकिस्तानी हुकूमत बलूचिस्तान के संसाधन लूट रही है।
पाकिस्तान के बलोचिस्तान सूबे में आज दोपहर बलोच लिबरेशन आर्मी के हथियारबंद दस्ते ने एक पैसेंजर ट्रेन को अगवा कर लिया... ये घटना बलोचिस्तान के बोलन ज़िले की है.
पूरे शहर में जुलूस निकला...कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई.... लेकिन जैसे ही विजय जुलूस में शामिल नौजवान महू के जामा मस्जिद रोड से गुजरे...तो अचानक माहौल बदल गया....
हकीकत ये है कि जो कुछ लोग अब तक वक्फ की अरबों की प्रॉपर्टी पर कब्जा करके बैठे हैं, उसके जरिए करोड़ों रुपये कमाते हैं, उनका खेल खत्म हो जाएगा। इसीलिए वे परेशान हैं और यही लोग मुस्लिम भाइयों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
अबू आजमी का समर्थन करके अखिलेश यादव ने योगी के सामने फुल टॉस फेंक दी, योगी ने बिना देर किए बाउंड्री के पार भेज दिया। योगी अब तक समाजवादी पार्टी को महाकुंभ के बारे में दुष्प्रचार के मुद्दे पर घेर रहे थे, सनातन विरोधी बता रहे थे, लेकिन उन्हें फिर मौका मिल गया।
अबु आज़मी के बयान पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा तो दो दिन से चल रहा था...ये हंगामा आज भी जारी रहा... चूंकि सत्ता पक्ष और विपक्ष...दोनों अबु आज़मी के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे थे... इसलिए एक्शन भी तय था
योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने महाकुंभ को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश की, झूठा प्रचार किया लेकिन कामयाब नहीं हुए क्योंकि जमीनी हकीकत लोग खुद देख रहे थे।
आज योगी आदित्यनाथ ने माना कि उन्होंने महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ की घटना को चौबीस घंटे तक डाउन प्ले करने की कोशिश की....वो इस दुखद हादसे पर खामोश रहे....योगी ने कहा कि ऐसा करना उनकी मजबूरी थी.
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