इस साल जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए अब तक 74 भारतीय क्वालीफाई कर चुके हैं और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को उम्मीद है कि यह आंकड़ा 158 तक पहुंच सकता है।
टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया को अमेरिका में करीब एक महीने तक ट्रेनिंग करने को मंजूरी मिल गई है।
संगीता फोगाट ने हरियाणा में अपने पैतृक गांव में बजरंग पुनिया संग शादी की। दोनों ने शादी के दौरान 8 फेरे लिए, और इसकी वजह बेहद खास है।
बजरंग पुनिया ने अपने साथी खिलाड़ियों से सोनीपत में लगाए जा रहे राष्ट्रीय शिविर में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है।
कुश्ती खिलाड़ी बजरंग पुनिया को लगता है कि आईपीएल बाकी खेलों के लिए सकारात्मक सोच लेकर आएगा।
बजरंग इस समय कर्नाटक के बेलारी में इंस्पायर इंस्टिट्यूड ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) में जॉर्जियाई कोच शाको बेंटिनिडिस के साथ अभ्यास कर रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इस साल होना था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
रोहित शर्मा, युवराज सिंह, बजरंग पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक और दीपा करमाकर जैसे शीर्ष खिलाड़ियों ने प्ले फॉर इंडिया (#PlayforIndia) मुहिम का समर्थन किया है।
टोक्यो ओलंपिक 2020 गेम्स अब अगले साल 23 जुलाई से आठ अगस्त, 2021 के बीच आयोजित किए जाएंगे जबकि पैरालम्पिक खेल 24 अगस्त से पांच सितंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।
कुश्ती का संचालन करने वाली वैश्विक इकाई (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) की नवीनतम रैंकिंग में बजरंग दूसरे जबकि बेहद ही प्रतिस्पर्धी माने जाने वाले 57 किग्रा में दहिया चौथे स्थान पर है।
रिजिजू ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों पर रहने और फिट रहने का अनुरोध किया है और इसके लिए उन्होंने लोगों से रस्सी कूद व्यायाम करने का भी अनुरोध किया है।
इस बीमारी से अब तक दुनियाभर में 15000 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है और 3,00,000 से अधिक लोगों इसके संक्रमण की चपेट में आये है।
पूनिया ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा कि जबसे उन्होंने अपनी कमजोरियों पर काम करना शुरू किया तब से काफी सुधार हो गया है।
चैंपियनशिप के छठे और अंतिम दिन भारत का केवल एक ही स्वर्ण पदक मुकाबला था, जिसमें जितेंद्र को 74 किग्रा वर्ग में मौजूदा चैंपियन कजाकिस्तान के दानियार कैसानोव से 1-3 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
बजरंग और रवि के अलावा सत्यव्रत कादयान (97 किलोग्राम भारवर्ग) और गौरव बाल्यान (79 किलोग्राम भारवर्ग) ने रजत पदक पक्के कर लिए हैं।
विनेश फोगाट और अंशु मलिक ने महिला स्पर्धा में अपने वजन वर्गों में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किया था।
इस साल विश्व चैम्पियनशिप में पांच पदक और चार ओलंपिक कोटे स्थान हासिल करना भारतीय पहलवानों के लिये अभूतपूर्व प्रदर्शन रहा।
बजरंग का ‘लेग डिफेंस’ उनकी कमजोरी रहा है जिसके बावजूद वह 2018 में 65 किलो वर्ग में दुनिया के नंबर एक पहलवान बने।
दीपक पूनिया अंतरराष्ट्रीय महासंघ (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) द्वारा जारी ताजा रैंकिंग में 86 किग्रा वर्ग में दुनिया के नंबर एक पहलवान बन गये लेकिन बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा वर्ग में अपना शीर्ष स्थान गंवा दिया।
विश्व चैंपियनशिप में तीन बार के पदक विजेता बजरंग पूनिया ने मंगलवार को कुश्ती को राष्ट्रीय खेल घोषित करने की अपील की क्योंकि भारतीय पहलवान बड़ी प्रतियोगिताओं में लगातार पदक जीत रहे हैं।
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