लंबे समय से जारी राजनयिक तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान ने एक दूसरे को परमाणु प्रतिष्ठानों की जानकारी सौंपी है। यहां जानिए कि ये कदम क्यों उठाया गया है।
मॉस्को में मंगलवार को रूसी परमाणु प्रमुख व वरिष्ठ जनरल इगोर किरिलोव की हत्या मामले में खुफिया एजेंसियों ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इसे यूक्रेन की खुफिया सेवा ने भर्ती किया था।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुए बम विस्फोट में रूसी परमाणु प्रमुख की हत्या की जिम्मा यूक्रेन ने लिया है। यूक्रेन ने रूसी परमाणु प्रमुख को अपराधी बताते हुए उनकी हत्या को जायज ठहराया है।
ब्रिटेन के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर ने दुनिया में 'तीसरे परमाणु युग' की चेतावनी देकर सबको दहशत में डाल दिया है। सैन्य कमांडर ने अपने वार्षिक व्याख्यान के दौरान यह दावा किया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसे फैसले को मंजूरी दे दी है जिससे दुनिया में परमाणु जंग का खतरा बढ़ गया है। पुतिन ने मंगलवार को एक नई परमाणु नीति पर हस्ताक्षर किए हैं।
तेहरान पर अक्टूबर महीने में किए गए इजरायली सेना का पलटवार में ईरान को भारी नुकसान पहुंचा था। इस दौरान ईरान का गुप्त परमाणु ठिकाना भी नष्ट हो गया था। सैटेलाइट तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ है।
ईरान भले ही दावा कर रहा है कि उसे इजरायल के हमले से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें ईरान को हुई क्षति की गवाही दे रही हैं। इजरायली हमले में "ईरान का गुप्त परमाणु सैन्य ठिकाना भी ध्वस्त" हो गया है।
इजरायल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में अगर नेतन्याहू की सेना तेहरान के न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाती है तो अमेरिका साथ नहीं देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह इस मामले में इजरायल का समर्थन नहीं करेगा।
व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को बदल दिया है। नई नीति के अनुसार अब रूस पर हमले का समर्थन करने वाली परमाणु शक्ति को आक्रमणकारी माना जा सकता है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने परमाणु बमों का जखीरा बढ़ाना चाहते हैं। अभी उनके पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं। मगर वह इसकी संख्या 150 के पार ले जाना चाहते हैं। किम ने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित न्यूक्लियर यूरेनियम साइट का निरीक्षण किया है।
रूस की मौजूदा न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन को वर्ष 2020 में संशोधन किया गया था। रूस की परमाणु नीति उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का बेहद अहम हिस्सा है। चलिए जानते हैं कि रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन क्या है और क्या इसमें बदलाव की संभावना है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का कहना है कि ईरान ने अपने समृद्ध यूरेनियम भंडार को हथियार-ग्रेड स्तर के करीब तक बढ़ा लिया है। जानकारी के मुताबिक, ईरान हथियार बनाने से बस छोटे से तकनीकी कदम की दूरी पर है।
ईरान अपने परमाणु कार्यक्रमों को लेकर कितना संजीदा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद भी इस काम को रुकने नहीं दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्था (आईएईए) की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने नए सेंट्रीफ्यूज लगाने शुरू कर दिए हैं।
रूसी और अमेरिकी राजनयिकों के अनुसार यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ चुका है। इस दौरान परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित है। मगर पुतिन ने अब साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं ?
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल तक पहुंचा लिया है।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में जो किया है उससे अमेरिका भड़का हुआ नजर आ रहा है। अमेरिका ने कहा है कि रूस की सरकार कुछ ना कुछ जरूर छिपा रही है।
अमेरिका में टेक्सास के जंगलों में लगी आग थमने का नाम नहीं ले रही है। अब इसने अमेरिका के कई शहरों को भी अपने चपेट में ले लिया है। ऐसे में उन इलाकों को खाली कराया गया है। आग के चलते टेक्सास के परमाणु हथियार सुविधा संचालन केंद्र को बंद कर दिया गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध के बीच चीन के खतरनाक इरादों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। जिस वक्त इन देशों में जंग छिड़ी है, ऐसे वक्त में चीन अपने परमाणु शस्त्रागार निर्माण की संख्या बढ़ाने में जुटा है। अमेरिकी खुफिया विभाग द्वारा इस रिपोर्ट के लीक होने के बाद विश्व के सभी देश हैरान हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
अमेरिका और उत्तर कोरिया में ठन गई है। उत्तर कोरिया ने अमेरिकी चेतावनियों के बावजूद न्यूक्लियर हथियार और परमाणु मिसाइलों का परीक्षण जारी रखा है। वह अमेरिका के खिलाफ युद्ध की तैयारी में जुटा है। लिहाजा अब पेंटागन उत्तर कोरिया के विनाशक हथियारों को नष्ट करने का प्लान बनाने लगा है। इससे किम जोंग बौखला गए हैं।
संपादक की पसंद