ईरान से कच्चे तेल आयात संबंधी प्रतिबंध नवंबर से लागू हो जाने के बाद भारत अपने इस तीसरे सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता देश को कच्चे तेल के लिए एक बार फिर से रुपये में भुगतान कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ईरान परमाणु समझौते से खुद को अलग कर लेने के बाद ईरान पर नये सिरे ये प्रतिबंध लगाये गये थे। अमेरिका ने भारत समेत अन्य देशों को ईरान से पेट्रोल का आयात घटाकर चार नवंबर तक "शून्य" करने को कहा है। साथ ही स्पष्ट किया है कि इसमें किसी को भी किसी तरह की छूट नहीं दी जायेगी।
सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में ही 38058.92 का ऊपरी स्तर छुआ है और फिलहाल 206.40 प्वाइंट की बढ़त के साथ 37924.36 पर कारोबार कर रहा है
ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने से जुड़ी अनिश्चितता के बीच सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने अक्टूबर में ईरान से सामान्य रूप से हर महीने होने वाली 7.5 से 8 लाख टन कच्चे तेल के आयात की बुकिंग कराई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत में आर्थिक समीक्षा के लिए बैठक बुला सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में रुपए के अवमूल्यन को रोकने के लिए उठाए जा सकने वाले कदमों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
खबर लिखे जाते समय सेंसेक्स 384 अंकों की गिरावट के साथ 37995 पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी भी 125 अंकों की गिरावट के साथ 11463 अंकों पर कारोबार कर रहा था।
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पॉम्पियो ने कहा कि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन उनका प्रयास है कि भारत जैसे प्रमुख रक्षा भागीदार को दंडित नहीं किया जाए
खनन क्षेत्र की दिग्गज अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता लिमिटेड को देश में पहली खुली नीलामी में पेशकश किये गये 55 में से 41 तेल एवं गैस खोज ब्लॉक मिले हैं।
पता चला है कि जो टैंकर बिजनौर के भागूवाला चेकपोस्ट पर कोटावाली नदी में बहा था वो बहते बहते सबलगढ़ तक पहुंच गया।
धातु एवं खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड अगले तीन साल में आठ अरब डॉलर (करीब 56,000 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी।
रुपए में लगातार गिरावट से 2018-19 में देश का कच्चा तेल आयात बिल 26 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट जारी रहने से तेल आयात बिल 114 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
सरकार ने सरकारी तेल कंपनी ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) को 1999 से पहले के तेल एवं गैस क्षेत्रों में उनकी इक्विटी हिस्सेदारी के बराबर ही रॉयल्टी और उपकर का भुगतान करने के लिये एक नई नीति अधिसूचित की है।
4 दिन तक भाव स्थिर रहने के बाद आज शुक्रवार को दाम फिर बढ़े हैं और शुक्रवार को हुई बढ़ोतरी की वजह से पेट्रोल की कीमतें 2 महीने के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई हैं
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और घरेलू करेंसी रुपए में गिरावट की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़े हैं
जून के दौरान कम बरसात की मार से पिछड़ी खरीफ फसलों की खेती को लेकर अच्छी खबर है, जुलाई के दौरान हुई अच्छी बरसात से खरीफ फसलों की खेती ने रफ्तार पकड़ी है और अब खरीफ फसलों का रकबा औसत के मुकाबले आगे निकल गया है
ईरान ने भारत को कच्चा तेल निर्यात जारी रखने के लिए ढुलाई पर बीमा सुरक्षा तथा अपने जहाज मुहैया कराना शुरू किया है। इससे सीधे जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल ईरान भारत को तेल निर्यात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कमी आने की संभावना है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में पिछले नौ दिनों के दौरान 7 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार ने आज मजबूती के साथ शुरुआत की है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी मजबूती के साथ ट्रेड हो रहे हैं। फिलहाल सेंसेक्स 65.20 प्वाइंट की बड़त के साथ 36388.97 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 31.80 प्वाइंट बढ़कर 10968.65 पर ट्रेड हो रहा है।
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