वर्तमान में संगठित क्षेत्र के वे कर्मचारी जिनका मूल वेतन (मूल वेतन और महंगाई भत्ता) 15,000 रुपये तक है, अनिवार्य रूप से ईपीएस-95 के तहत आते हैं। एक सूत्र ने कहा, ईपीएफओ के सदस्यों के बीच ऊंचे योगदान पर अधिक पेंशन की मांग की गई है।
क्या ईपीएफओ 2021-22 के लिए भी 2020-21 की तरह 8.5 प्रतिशत की ब्याज दर को कायम रखेगा, यादव ने कहा कि यह फैसला अगले वित्त वर्ष के लिए आमदनी के अनुमान के आधार पर किया जाएगा।
हफ्ते भर निजी अस्पताल में भर्ती होने का खर्च 4 से 8 लाख रुपये के बीच आ रहा है। एक आम नौकरीपेशा के लिए इतनी बड़ी राशि का इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
नये सदस्यों की कुल संख्या का 60 प्रतिशत हिस्सा महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक के प्रतिष्ठानों का रहा है। वहीं इसमें 49 प्रतिशत हिस्सा 18 से 25 आयुवर्ग का है।
हफ्ते भर निजी अस्पताल में भर्ती होने का खर्च 4 से 8 लाख रुपये के बीच आ रहा है। एक आम नौकरीपेशा के लिए इतनी बड़ी राशि का इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
योजना के तहत 58.50 लाख अनुमानित लाभार्थियों के लिये 22,810 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दी गई है। योजना का मकसद कंपनियों पर वित्तीय बोझ कम करके रोजगार को बढ़ावा देना है।
हफ्ते भर निजी अस्पताल में भर्ती होने का खर्च 4 से 8 लाख रुपये के बीच आ रहा है। एक आम नौकरीपेशा के लिए इतनी बड़ी राशि का इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
भले ही आपने कितनी भी कंपनियां क्यों न बदली हों, पुरानी कंपनी से EPF बैलेंस अपनी मौजूदा कंपनी के PF अकाउंट में ट्रांसफर करना बेहद आसान है, जिसे आप घर बैठे बैठे भी बड़े आराम से कर सकते हैं।
आप चाहें तो ईपीएफ के लिए तय राशि से ज्यादा निवेश कर सकते हैं। इसे ही हम वीपीएफ कहते हैं।
हफ्ते भर निजी अस्पताल में भर्ती होने का खर्च 4 से 8 लाख रुपये के बीच आ रहा है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन EPFO ने कर्मचारियों को अपने आधार को उनके यूनिवर्सल अकाउंट नंबर UAN से जोड़ना अनिवार्य कर दिया हैं।
1 अप्रैल 2021 से संभव है कि आपके खाते में जितनी सैलरी मार्च तक क्रेडिट होती हो, उतनी अप्रैल में न हो।
सरकार ने महामारी की वजह से आई आर्थिक मुश्किलों से निपटने के लिए पीएफ से फंड निकालने को मंजूरी दी है जिससे नौकरी छूटने की स्थिति में लोग अपने खर्चें उठा सकें
उत्तर प्रदेश के बिजलीकर्मियों की भविष्य निधि के निवेश में हुए अरबों रुपये के कथित घोटाले के विरोध में कांग्रेस ने सोमवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया। वहीं, दूसरी ओर श्रीकान्त शर्मा ने उनपर गम्भीर आरोप लगाने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से माफी की मांग की।
गुरुवार को ईपीएफओ के न्यासियों की बैठक में ब्याज दर बढ़ाने का फैसला लिया गया। वित्त वर्ष 2017-18 में ईपीएफओ ने 8.55 प्रतिशत ब्याज का भुगतान किया था।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों से वित्त वर्ष 2017-18 के लिये पांच करोड़ अंशधारकों के खातों में 8.55 प्रतिशत ब्याज डालने को कहा है। यह वित्त वर्ष 2012-13 के बाद सबसे कम है।
श्रम मंत्रालय पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के लिए भविष्य निधि (PF) पर देय ब्याज की दर 8.55 प्रतिशत इसी सप्ताह अधिसूचित कर सकता है। इससे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा अपने लगभग पांच करोड़ अंशधारकों के खातों में रिटर्न डालने का मार्ग प्रशस्त होगा। वित्त मंत्रालय बीते वित्त वर्ष के लिए ईपीएफ पर 8.55% की ब्याज दर की पुष्टि कर चुका है। यह बीते पांच साल में पीएफ पर सबसे कम दर होगी।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सब्सक्राइबर्स के लिए एक नई सुविधा शुरू की है। जिस कंपनी में आप काम करते हैं अगर वह आपके भविष्य निधि (PF) खाते में समय पर पैसे जमा नहीं करवाती है तो EPFO आपको SMS और ईमेल के जरिए एलर्ट भेजेगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने भविष्य निधि (PF) से 10 लाख रुपए से अधिक की निकासी के लिए ऑनलाइन दावा करना अनिवार्य कर दिया है। EPFO द्वारा खुद को कागजरहित संगठन बनाने की दिशा में यह एक और कदम है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों को बड़ा झटका दिया है। मंगलवार को हुई ईपीएफओ न्यासी बोर्ड की बैठक में 2017-18 के लिए भविष्य निधि पर ब्याज दर 8.55 प्रतिशत तय की गई है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़