मैनपुरी: यूपी के एक CO साहब हैं ऋषिकांत शुक्ला. दुनिया को लूट-मार से बचाने की ड्यूटी करने वाले CO साहब पर ही आरोप लग गए कि उन्होंने खुद कुछ ही साल में अवैध रूप से 100 करोड़ की दौलत जमा कर डाली. ये सारी चीजें चुपचाप चल रही थीं. लेकिन CO ऋषिकांत शुक्ला तब चर्चा में आ गए जब उनके कानपुर के अखिलेश दुबे के साथ करीबी होने की चर्चा हुई. CO ऋषिकांत शुक्ला के बेटे की शादी भी आलीशान रिसॉर्ट में हुई थी, जिसकी बारात में पुलिस महकमे में बड़े-बड़े अधिकारियों ने डांस किया था. ये सब चीजें जब वायरल हुईं तो जांच बैठ गई. ये तो जगजाहिर है कि पुलिस की नौकरी में तो इतना पैसा है नहीं. इसके बाद जब जांच में गड़बड़ी मिली तो CO ऋषिकांत शुक्ला को आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित कर दिया गया. लेकिन अब CO ऋषिकांत शुक्ला ने अपनी सफाई देते हुए वीडियो जारी किया है. इस खबर में पढ़ें कि CO ऋषिकांत शुक्ला अपने लगे आरोपों पर क्या कहा.
अखिलेश दुबे कनेक्शन पर क्या बोले निलंबित CO?
मैनपुरी के भोगांव में तैनात रहे निलंबित CO ऋषिकांत शुक्ला ने कहा कि मेरे अखिलेश दुबे से एक लीगल एडवाइजर और पुलिस अधिकारी के रूप में संबंध है. जब भी कोई टेक्निकल मामला होता था तो उस संबंध में मैं उनसे लीगल सलाह लेने के लिए जाता था. कानपुर की पोस्टिंग के दौरान मेरी उनसे बातचीत हुई. मेरे उनसे संबंध केवल लीगल एडवाइजर और एक पुलिस अधिकारी के हैं.
बेटे के नाम कंपनियों पर निलंबित CO का बयान
निलंबित CO ऋषिकांत शुक्ला ने आगे कहा कि दूसरा आरोप जो लगाया जा रहा है कि 33 कंपनियां मेरे बेटे के नाम से हैं. ये सरासर झूठ है. कोई भी ऐसी कंपनी मेरे बेटे के नाम से नहीं है. इसके अलावा, कुछ प्रॉपर्टी मेरे पास आर्य नगर में बताई जा रही है. मेरे दोस्त देवेंद्र द्विवेदी हैं. उनकी भी 92 करोड़ की प्रॉपर्टी और 11 दुकानें कही जा रही हैं. मेरी उनसे बात हुई. यह दावे झूठे हैं. उनके नाम से कोई प्रॉपर्टी स्वरूप नगर या आर्य नगर में नहीं है.
100 करोड़ की प्रॉपर्टी पर निलंबित CO की सफाई
उन्होंने कहा कि मेरे पास 100 करोड़ की प्रॉपर्टी होने का आरोप लग रहा है. दावा किया जा रहा है कि अखिलेश दुबे के साथ मेरी कोई कंस्ट्रक्शन कंपनी है, उसका 100 करोड़ टर्नओवर है. यह सरासर गलत है. मुझे लगता है कुछ अपराधी और माफिया गैंग मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं. कुछ ऐसे लोग जिनके विरुद्ध मैंने कड़ी कार्रवाई की है, हो सकता है कि उनके पैरोकार किसी माध्यम से मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हों. मैंने डिटो गैंग, जिसने एसटीएफ के धर्मेंद्र सिंह को मारा था उसको मैंने कोलकाता से पकड़ा था. तब सरकार ने मुझे 1 लाख का रिवॉर्ड दिया था. इसका एक भाई भी था, जिसके ऊपर 2 लाख का इनाम था. उसको मैंने दिल्ली में स्पेशल सेल के साथ पकड़ा था. इसके अलावा मैंने डिटो गैंग को पूरी तरह से नेस्तनाबूद किया है जो कि 3 दशक से आतंक फैलाए हुए था.
निलंबित CO ने जताया साजिश का शक
निलंबित CO ऋषिकांत शुक्ला ने आगे कहा कि मैंने कई ड्रग तस्करों को पकड़ा. मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर्स को मैंने एनकाउंटर में मारा. इसके अलावा बहुत से ऐसे अपराधी थे जो समाज के लिए और कानून के लिए दुश्मन थे. उनके खिलाफ मैंने कड़ी कार्रवाई की. हो सकता है कि ऐसा गैंग संगठित होकर के मेरे खिलाफ साजिश कर रहा हो.
ऋषिकांत शुक्ला ने दावा किया कि मनोहर शुक्ला एक झूठा षड्यंत्र मेरे खिलाफ कर रहा है. मनोहर शुक्ला के बारे में मैंने जो कुछ जानकारी की, वह माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला का पड़ोसी है. उसके गांव का रिश्तेदार है. वह इसके रिलेशन में भी आता है. वह अपराधी है. मुखबिरी करता था. इसी की आड़ में वह मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है. उसकी जो बातें बताई जा रही हैं वह पूरी तरह से निराधार हैं.
निलंबित CO ऋषिकांत शुक्ला ने कहा कि जहां तक एसआईटी की तरफ से मुझे संपत्ति की जांच के बारे में नोटिस देने की बात है, वह भी झूठी है. मुझे ऐसी कोई भी सूचना नहीं दी गई कि मेरे पास 100 करोड़ की प्रॉपर्टी है. और जहां तक पूर्व सीपी अखिल कुमार या SIT की बात है, उनको कुछ लोगों के द्वारा गुमराह किया गया. तभी उन्होंने मेरे विरुद्ध रिपोर्ट भेजी है. जहां तक मुझे लगता है कि अगर मैं उनको स्पष्टीकरण देता तो वह संतुष्ट हो जाते. मुझे अपने उच्च अधिकारियों पर, जांच अधिकारी पर और सरकार पर पूरा भरोसा है. मुझे जहां बुलाया जाएगा, वहां पर जाऊंगा और अपनी बातों को तथ्य सहित रखूंगा.
(इनपुट- सलमान मंसूरी)
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