कन्नौज के छिबरामऊ की काशीराम कॉलोनी में शुक्रवार दोपहर एक सनसनीखेज मामला सामने आया। 5 महीने पहले तीन बच्चों की मां से शादी करने वाले युवक ने अचानक उसके घर में घुसकर बच्चों को तमंचे की नोक पर बंधक बना लिया। वह चार घंटे से तमंचा लेकर कमरे में बैठा है और प्रेमिका को बुलाने की जिद पर अड़ा है। घटना की खबर लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते काशीराम कॉलोनी पुलिस छावनी में बदल गई।
कोर्ट मैरिज के बाद टूटा रिश्ता बना तनाव का कारण
जानकारी के मुताबिक, सलेमपुर निवासी दीपू चक पुत्र अखिलेश चक का दिल काशीराम कॉलोनी में रहने वाली विधवा अर्चना पर आ गया था। अर्चना के पति संजय की मृत्यु के बाद वह अपने तीन बच्चों– प्रीती, देव और प्रांशु के साथ रहती थी। पहले दोनों के बीच नजदीकियां गुपचुप तरीके से बढ़ीं, फिर मामला शादी तक पहुंचा। चार माह पहले दीपू और अर्चना ने कोर्ट मैरिज कर ली। लेकिन शादी के कुछ ही महीनों बाद अर्चना उससे अलग होकर बच्चों के साथ रहने लगी। इसी बात से नाराज होकर दीपू ने खतरनाक कदम उठा लिया।
बच्चों को बनाया निशाना
गुस्साए दीपू ने शुक्रवार को अचानक अर्चना के घर पहुंचकर उसके दो बच्चों को बंधक बना लिया। उसने 8 वर्षीय मासूम प्रांशु की गर्दन पर तमंचा रख दिया और कभी खुद के सिर पर तमंचा तानकर पुलिस को धमकाने लगा। इस दौरान अर्चना की बेटी प्रीति ने चालाकी दिखाई। उसने युवक से मां से बात कराने का बहाना किया और मौका पाते ही कमरे से भाग निकली। हालांकि, छोटा बेटा प्रांशु दीपू के कब्जे में ही फंसा रहा।
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पुलिस और किडनैपर आमने-सामने
घटना की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और क्षेत्राधिकारी सुरेश मलिक भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कई थानों की फोर्स ने कॉलोनी को घेर लिया। करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस और युवक के बीच वार्ता चलती रही। पुलिस लगातार समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन युवक बार-बार धमकी देता रहा कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो वह बच्चे को गोली मार देगा।
उसका कहना है कि मैंने अपनी प्रेमिका से शादी कर ली है। मैं उसके ही साथ रहना चाहता हूं। आरोपी के बगल में बैठा बच्चा सहमा हुआ है। पुलिसवाले भी कमरे में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
कॉलोनी में दहशत का माहौल
दिनदहाड़े हुई इस वारदात से पूरी कॉलोनी में दहशत फैल गई। लोगों की भीड़ पुलिस बैरिकेड के बाहर जमा हो गई। लोग सांसें थामे बच्चे की सलामती की दुआ करते रहे। यह मामला अभी भी बेहद संवेदनशील बना हुआ है। पुलिस लगातार वार्ता और समझाइश के जरिए बच्चे को सुरक्षित छुड़ाने की कोशिश में जुटी है।
(कन्नौज से सुरजीत की रिपोर्ट)