
रेड क्रॉस दुबई: इजरायल-हमास संघर्ष विराम के बाद यमन के हूतियों का दिल पिघल गया है। उन्होंने काफी संख्या में युद्ध बंदियों को बिना शर्त रिहाई कर दी है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाले अन्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया है। खबरों के अनुसार यमन के हूती विद्रोहियों ने शनिवार को 153 युद्ध बंदियों को एकतरफा रिहा कर दिया। रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हूती विद्रोहियों ने शुक्रवार रात संकेत दिया था कि वे बंदियों को रिहा करने की योजना बना रहे हैं।
हूतियों ने यह फैसला तब किया, जब इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्ध विराम के बाद बंधकों और कैदियों की रिहाई दोनों पक्षों की ओर से की जा रही है। ऐसे में यह गाजा पट्टी में इजरायल-हमास के बीच संघर्ष विराम के बाद तनाव को कम करने के प्रयासों का एक हिस्सा माना जा रहा है।
यूएन कर्मियों को हूतियों ने पकड़ा
हालांकि, रिहाई के बाद हूतियों ने संयुक्त राष्ट्र (संरा) के लिए काम करने वाले यमन के सात अन्य कर्मियों को पकड़ लिया, जिसपर सरां ने नाराजगी व्यक्त की है। रेड क्रॉस ने कहा कि वह लंबे समय से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए ‘‘वार्ता के माध्यम से समाधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक और सकारात्मक कदम के तौर पर इस एकतरफा रिहाई का स्वागत करता है। हालांकि हूतियों ने संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को बंधक बनाने की पीछे की कोई वजह नहीं बताई है। इससे हर कोई हैरान है। (एपी)
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