
बीजिंगः क्या चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग का तख्तापलट होने वाला है...क्या चीन में शी जिनपिंग से सत्ता छीनने वाली है?...ये सारे सवाल इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। इसकी वजह है चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का अचानक से गायब हो जाना। आखिरकार जिनपिंग कहां लापता हो गए हैं, जो मई के आखिरी हफ्ते के बाद से दिखाई नहीं दे रहे हैं।
जिनपिंग को लेकर क्या आने वाली है बड़ी खबर?
चीन के सरकारी अखबार जिसमें हर दिन जिनपिंग-जिनपिंग ही छपता था...अब उसी अखबार में उनकी एक अदद खबर तक नहीं छप रही...जो विदेशी वीवीआईपी मेहमान चीन आ रहे हैं उनसे कम्युनिस्ट पार्टी के दूसरे नेता मीटिंग कर रहे हैं। ब्राजील में होने जा रहे ब्रिक्स समिट में भी शी जिनपिंग के शामिल नहीं होने की ऑफिसियल जानकारी दी जा चुकी है। ऐसे में शी जिनपिंग को लेकर सवाल उठने लगे हैं। चीन में नेताओं का चुपके से गायब होना हमेशा सत्ता परिवर्तन का संकेत रहा है। ऐसे में क्या जिनपिंग को लेकर भी कोई बड़ी खबर आने वाली है?
डिक्टेटर जिनपिंग से सेना में हुई बगावत
शी जिनपिंग की छवि चीन में एक डिक्टेटर की रही है, जिसने खुद को सत्ता में स्थापित करने के लिए कई नियम बनाए और बदले हैं। जिनपिंग ने कई सैन्य अधिकारियों की छुट्टी की है। साथ ही कई विरोधियों का दमन किया है। ऐसी शख्सियत का यूं गायब होना कई सवाल खड़े करता है। इसी साल जून की शुरूआत में जब जिनपिंग ने बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात की थी, उसी वक्त कई चीजें पहली बार नोटिस में आई जो हालात में बदलाव के संकेत दे रहे थे। शी जिनपिंग की बॉडी लैंग्वेज डल दिख रही थी। रेड कार्पेट से चमक-दमक गायब थी, सुरक्षा कर्मियों की संख्या आधी हो चुकी थी। इसके बाद अगला संकेत तब मिला...जब उनके पिता की भव्य समाधि का आधिकारिक दर्जा भी चीन में खत्म कर दिया गया।
जिनपिंग को कौन कर सकता है रिप्लेस
शी जिनपिंग के चीन में बगावत के चलते कमजोर होने की खबरें सुर्खियों में हैं। अब उनके गायब होने की चर्चा है। दुनिया ये जानना चाहती है कि अगर चीन में सत्ता परिवर्तन होने वाला है...तो आखिर जिनपिंग की जगह कौन लेगा? इसमें सबसे बड़े दावेदार के तौर पर चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल झांग यूक्सिया का नाम चल रहा है...जो हाल के दिनों में जिनपिंग की मुखालफत में लगे थे। दिलचस्प बात ये है कि झांग यूक्सिया को चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ का समर्थन हासिल है।
भारत पर क्या होगा असर?
ऐसे में अब सवाल ये है कि चीन में होने वाले बदलाव का भारत पर क्या असर पड़ेगा?...क्या भारत-चीन के रिश्तों में तल्खियां बढ़ सकती हैं?...क्या चीन का नया शासक अपनी धाक जमाने के लिए भारत को छेड़ने की गलती करेगा? सवाल ये भी कि आने वाले चुनौतियों से निपटने के लिए भारत क्या करेगा? इन सब सवालों के जवाब आने वाला वक्त ही दे पाएगा।
क्या 30 जून को दिखे थे जिनपिंग?
वैसे तो 20 मई से ही जिनपिंग के गायब होने की खबरें आ रही हैं, लेकिन बाद में उन्होंने जून के पहले हफ्ते में बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको से मुलाकात की थी। अभी कुछ दिन पहले ही साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने जिनपिंग का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें वह पोलित ब्यूरो को निर्देशित करते दिखाए गए थे। चीन की कम्यूनिस्ट मीडिया के अनुसार उनका यह वीडियो 30 जून का है।