
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान भ्रष्टाचार के मामले में लंबे समय से जेल में बंद हैं। रिपोर्ट के अनुसार उन्हें डेथ सेल में रखा गया है और अब उन्हें अपने वकीलों से भी बात करने की अनुमति नहीं है। हाल ही में उनकी मौत की अफवाह भी सामने आई थी। हालांकि, किसी भी विश्वसनीय सूत्र से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। इस बीच इमरान खान के दोनों बेटों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस मामले में हस्तक्षेप करने और इमरान खान को जेल से बाहर निकालने में मदद करने की अपील की है।
फर्स्ट पोस्ट की खबर के अनुसार इमरान खान के बेटे कासिम और सुलेमान खान ने सार्वजनिक रूप से अपील करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और दुनिया भर के प्रभावशाली लोगों से अपने पिता की रिहाई के लिए आगे आने और समर्थन देने का आग्रह किया है। कासिम और सुलेमान ब्रिटिश नागरिक हैं, दोनों अब तक काफी हद तक सुर्खियों से दूर रहे हैं। पहली बार बोलते हुए, उन्होंने कहा कि सभी कानूनी और कूटनीतिक रास्ते खत्म हो चुके हैं और वह अपनी चुप्पी तोड़ने के लिए मजबूर हैं।
कासिम और सुलेमान ने क्या कहा?
सुलेमान ने कहा, "हम अब और चुप नहीं रह सकते थे।" वहीं, कासिम ने कहा, "हमने पहले कभी बात नहीं की, लेकिन जिस स्थिति से वह गुजर रहे हैं, उसे देखते हुए हम चुप नहीं रह सकते।" एक इंटरव्यू में दोनों ने कहा कि उनके पिता को झूठे आरोपों के तहत हिरासत में लिया गया था, और पाकिस्तान में लोकतंत्र खत्म हो रहा है। उन्होंने कहा, "इमरान खान को 'डेथ सेल' में रखा गया है। वह पूरी तरह से अकेले हैं। उनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं है, डॉक्टरों से कोई संपर्क नहीं है और वह लंबे समय से एकांत कारावास में हैं। अदालत ने आदेश दिया है कि हम हर हफ्ते उनसे बात करें, लेकिन हम दो या तीन महीने में एक बार बात करते हैं।" 'हम अपने पिता को मुक्त कराने के लिए ट्रम्प से मदद चाहते हैं'। कासिम और सुलेमान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और विश्व भर की अन्य प्रमुख हस्तियों से अपने पिता को मुक्त कराने में मदद की अपील की है।
इमरान खान पर 100 से ज्यादा आरोप
पाकिस्तान को क्रिकेट विश्व कप में जीत दिलाने के लिए इमरान खान को राष्ट्रीय नायक के रूप में सम्मानित किया गया था, लेकिन फिलहाल वह भ्रष्टाचार के एक मामले में रावलपिंडी की अदियाला जेल में 14 साल की सजा काट रहे हैं। अगस्त 2023 से हिरासत में लिए गए 72 वर्षीय इमरान पर भ्रष्टाचार से जुड़े 100 से ज्यादा आरोप हैं। इमरान ने सभी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए नकार दिया है। इमरान खान की पूर्व पत्नी जेमिमा गोल्डस्मिथ ने भी पिछले साल अक्टूबर में अपनी बात रखी थी। उन्होंने शहबाज शरीफ की अगुआई वाली सरकार पर खान की वकीलों और परिवार तक पहुंच को खत्म करने और यहां तक कि उनकी जेल की कोठरी की बिजली काट देने का आरोप लगाया था।
प्रभावशाली लोगों से मदद की अपील
इससे पहले इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने भी लगातार उनकी स्थिति के बारे में चिंता जताई थी और इस मामले पर इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की थीं। कासिम ने कहा, "हम ट्रंप से बात करना चाहेंगे या कोई ऐसा तरीका निकालना चाहेंगे, जिससे वह किसी तरह से हमारी मदद कर सकें। क्योंकि आखिरकार, हम बस यही कोशिश कर रहे हैं कि हमारे पिता को आजाद किया जाए, पाकिस्तान में लोकतंत्र लाया जाए और उनके बुनियादी मानवाधिकारों को सुनिश्चित किया जाए।" सुलेमान ने विश्व भर के "प्रभावशाली लोगों" से इमरान खान की रिहाई के लिए आवाज उठाने का आग्रह किया।
समझौता नहीं करेंगे इमरान खान
जब उनसे इस अटकल के बारे में पूछा गया कि इमरान खान अपनी रिहाई के लिए सरकार के साथ कोई समझौता कर सकते हैं, तो कासिम ने इस विचार को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि वह अपनी जान बचाने के लिए इस तरह का कोई सौदा करेंगे। वह बहुत ही सिद्धांतवादी व्यक्ति हैं। मुझे नहीं लगता कि वह ऐसे ही कोई सौदा करेंगे, जबकि उनके समर्थक और दूसरे लोग उनकी तरफ से जेलों में बंद हैं।" दोनों भाइयों ने माना कि उन्हें अपने पिता की बहुत याद आती है, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे भी अधिक दुख इस बात का है कि “एक राष्ट्र ने उस व्यक्ति को खो दिया जिसने इसके लिए अपना सब कुछ दे दिया।” कासिम ने कहा, "उन्होंने हमेशा हमसे कहा कि अगर आप सच के लिए खड़े होंगे, तो आपको इसकी कीमत चुकानी होगी। हम अब यह देख रहे हैं।"