Thursday, May 09, 2024
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चीन और पाकिस्तान को पीएम मोदी का जवाब, अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर भारत का हिस्सा...हर जगह G-20 बैठकें स्वाभाविक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान की कुंठाओं पर कड़ा प्रहार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर भारत का हिस्सा है। इसलिए जी-20 की बैठकें कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में स्वाभाविकहैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश के विभिन्न भागों में ये बैठकें आयोजित की जा रही हैं।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: September 03, 2023 17:16 IST
नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री- India TV Hindi
Image Source : AP नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान की कुंठाओं कर इतना घातक प्रहार किया है कि जिसे सुनकर उनकी नींद खराब हो जाएगी। जी-20 का अध्यक्ष होने के नाते भारत अपने देश के विभिन्न भागों में इसकी बैठकें आयोजित करवा रहा है। कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में भी जी-20 की बैठकें इसी कार्यक्रम का हिस्सा थीं। मगर कुंठित चीन को अरुणाचल प्रदेश और पाकिस्तान को कश्मीर में भारत द्वारा जी-20 बैठकें कराए जाने से पीड़ा होने लगी थी। चीन और पाकिस्तान के पेट में ये दर्द इसलिए उठा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी दुनिया को अपने इन प्रदेशों में बुलाकर न सिर्फ जी-20 की बैठक करवाई, बल्कि उन्हें अपने देश के दो मुकुट कहे जाने वाले इन प्रदेशों को दर्शन भी कराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत के लिए अपने हर हिस्से में जी20 बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है। उन्होंने यह बात कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में आयोजित कुछ कार्यक्रमों पर चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए कही।

वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता को प्रदर्शित करने के अपने प्रयासों के तहत, मोदी सरकार ने देश भर में जी20 कार्यक्रमों की मेजबानी की है। चीन, जो जी20 का सदस्य है, और पाकिस्तान, जो समूह का सदस्य नहीं है, ने कश्मीर में भारत द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाने के निर्णय पर आपत्ति जताई थी, जिसे वे "विवादित" कहते हैं। चीन, अरुणाचल प्रदेश पर भी भारत की संप्रभुता पर आपत्ति व्यक्त करता है। भारत पहले ही चीन और पाकिस्तान के दावों को खारिज कर चुका है। मोदी ने पिछले सप्ताह के अंत में पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘ऐसा प्रश्न वैध होता यदि हमने उन स्थानों पर बैठकें आयोजित करने से परहेज किया होता। हमारा देश अत्यंत विशाल, सुंदर और विविधतापूर्ण है। जब जी20 बैठकें हो रही हैं, तो क्या यह स्वाभाविक नहीं है कि बैठकें हमारे देश के हर हिस्से में आयोजित होंगी।

श्रीनगर में जी-20 में जुटे थे दुनिया के अहम देश

’’ भारत ने 22 मई से तीन दिन तक श्रीनगर में पर्यटन पर जी20 कार्य समूह की तीसरी बैठक आयोजित की थी। चीन को छोड़कर जी20 देशों के सभी प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम के लिए सुरम्य घाटी का दौरा किया था। मार्च में जी20 कार्यक्रम के लिए बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने अरुणाचल प्रदेश का दौरा भी किया था। भारत ने तब चीनी दावों को खारिज करते हुए कहा था कि वह अपने क्षेत्र में बैठकें करने के लिए स्वतंत्र है। मोदी ने कहा कि जब तक भारत की जी20 अध्यक्षता का कार्यकाल समाप्त होगा, तब तक सभी 28 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकें हो चुकी होंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 125 राष्ट्रीयताओं के एक लाख से अधिक प्रतिभागी भारतीयों के कौशल को देखेंगे।

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