
न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत करने के कुछ घंटे बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। रिपोर्टर्स के सवालों के जवाब देते हुए ट्रंप ने पीएम मोदी को 'एक शानदार व्यक्ति' कहा। ट्रंप ने कहा, 'मेरा मानना है कि मोदी एक 'शानदार व्यक्ति' हैं। मैंने बीती रात उनसे बात की थी।' बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष रोकने में मध्यस्थता की भूमिका निभाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए उन्हें बताया कि भारत और पाकिस्तान ने बिना किसी मध्यस्थता के अपनी सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद पिछले महीने सैन्य कार्रवाई रोकी थी।
35 मिनट तक हुई थी मोदी-ट्रंप की बातचीत
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि ट्रंप के साथ मंगलवार को फोन पर करीब 35 मिनट तक हुई बातचीत में पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता है और ‘न कभी स्वीकार’ करेगा। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के अनुरोध पर सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच बातचीत शुरू हुई थी। मिसरी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत अब आतंकवाद को ‘छद्म युद्ध के रूप में नहीं, बल्कि एक युद्ध के ही रूप में देखता है’ और भारत का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है। भारत और पाकिस्तान के बीच 'सीजफायर' की सबसे पहले घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति ने 10 मई को की थी।
कनाडा में क्यों नहीं मिले ट्रंप और PM मोदी?
ट्रंप लगातार दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने लड़ाई रोकने पर सहमत न होने पर दोनों देशों के साथ व्यापार रोकने की धमकी देकर 'सीजफायर' समझौते में मध्यस्थता की, और भारत लगातार इस दावे को खारिज करता रहा है। ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से कनाडा से लौटते वक्त अमेरिका आने का अनुरोध किया था, जिसे पीएम ने ‘पूर्व प्रतिबद्धताओं’ का हवाला देते हुए स्वीकार नहीं किया। मोदी और ट्रंप का G7 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात का कार्यक्रम था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के शिखर सम्मेलन से समय से पहले विदा लेने के कारण यह बैठक नहीं हो पाई। इसके कारण दोनों नेताओं ने फोन पर बातचीत की, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच 7 से 10 मई के बीच हुए सैन्य संघर्ष पर प्रमुखता से बात की गई।
पीएम मोदी ने फोन पर ट्रंप से और क्या कहा
मिसरी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट रूप से बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान किसी भी स्तर पर भारत-अमेरिका व्यापार समझौते या भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के किसी प्रस्ताव पर कोई चर्चा नहीं हुई।’ मिसरी ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से स्पष्ट शब्दों में कहा कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के अपने दृढ़ संकल्प से पूरी दुनिया को अवगत करा दिया है। विदेश सचिव के अनुसार पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को बताया कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। उन्होंने कहा कि भारत ने यह भी साफ कर दिया था कि पाकिस्तान की ओर से हमले की किसी भी कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी।