
इजरायल और ईरान के बीच बीते शुक्रवार से ही भयंकर जंग जारी है। इजरायल के लड़ाकू विमानों ने ईरान में भारी तबाही मचाई है और सैकड़ों ठिकानों पर बम बरसाए हैं। वहीं, ईरान ने भी इजरायल के कई बड़े शहरों पर मिसाइल से हमला किया और काफी नुकसान पहुंचाया है। इस बीच संभावना जताई जा रही है कि इजरायल के समर्थन में अमेरिका भी जंग के मैदान में कूद सकता है। ऐसी अटकलों पर अब ईरान का बयान भी सामने आया है और उसने अमेरिका को सख्त चेतावनी जारी की है।
ईरान ने क्या चेतावनी दी?
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने ईरान के ऊपर इजरायल की ओर से जारी हमलों के बीच अमेरिका को चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका का किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप इस क्षेत्र में पूर्ण युद्ध का कारण होगा। यानी इजरायली हमलों में अमेरिकी हस्तक्षेप से पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा।
क्यों हो सकती है अमेरिका की एंट्री?
दरअसल, इजरायल-ईरान के बीच संघर्ष की शुरुआत में अमेरिका ने खुद को इससे अलग रखा था। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब इस जंग में भागीदारी का संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि वह सीजफायर से कहीं ज्यादा बड़ी चीज चाहते हैं। अमेरिका ने क्षेत्र में और भी ज्यादा युद्धक विमान भेज दिए हैं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान की सरकार से बिना शर्त सरेंडर करने को कहा था। ट्रंप ने कहा है कि उन्हें पता है कि अयातुल्ला खामेनेई कहां छिपे हुए हैं। ट्रंप ने कहा- "हम अच्छी तरह से जानते हैं कि तथाकथित सुप्रीम लीडर कहां छिपे हुए हैं। वह आसान टारगेट हैं, लेकिन हम उन्हें खत्म नहीं करने जा रहे हैं। कम से कम अभी के लिए तो नहीं।"
अब तक किसे कितना नुकसान?
वाशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार समूह की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, ईरान में कम से कम 239 नागरिकों सहित 585 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 1,300 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं, ईरान ने इजरायल के ऊपर 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं। इन हमलों में इजरायल में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गयी और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। (इनपुट: भाषा)
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