बिहार में जहां विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत चरम पर है। नेताओं पर चुनाव की खुमारी तेजी से चढ़ने लगी है। टिकट बंटवारे के घमासान के चलते अभी तक ज्यादातर पार्टियों ने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है। बिहार में इस बार मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच है लेकिन अभी तक दोनों ही गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूला फाइनल नहीं किया है। इसी उठापटक के बीच मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने राजनीति में धमाकेदार वापसी का ऐलान कर दिया है।
इस हॉट सीट से चुनाव लड़ेंगे 'छोटे सरकार'
बिहार की सियासत में 'छोटे सरकार' के नाम से मशहूर बाहुबली नेता अनंत सिंह ने JDU के टिकट पर अपने गढ़ मोकामा से चुनाव लड़ने की घोषणा कर बिहार की सियासत में नया मोड़ ला दिया है। अनंत सिंह अपनी बयानबाजी और अपने अलग अंदाज को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट कर घोषणा की है कि वे जेडीयू के टिकट पर मोकामा विधानसभा क्षेत्र (178) से 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करेंगे।

किस दिन करेंगे नामांकन?
अनंत सिंह 14 अक्टूबर को मोकामा विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल करेंगे। इस सीट पर उनकी पत्नी नीलम देवी फिलहाल विधायक हैं। दरअसल, साल 2022 में मोकामा में उप चुनाव हुआ था। यह चुनाव इसलिए कराया गया था क्योंकि आर्म्स एक्ट के एक मामले में 10 साल की सजा मिलने पर अनंत सिंह की विधायकी चली गई थी। 2022 में अनंत सिंह को सजा होने के बाद उपचुनाव में नीलम देवी RJD के टिकट पर चुनाव जीती थीं लेकिन 2024 में पाला बदलकर सत्ता पक्ष (NDA) के साथ आ गई थीं। अगस्त 2025 में जेल से रिहा होने के बाद ही अनंत सिंह ने कह दिया था कि अब पत्नी नहीं लड़ेंगी, वो खुद चुनाव लड़ेंगे।
सीट बंटवारे से पहले खुला ऐलान
अनंत सिंह ने सोशल मीडिया पर लोगों को अपने नॉमिनेशन में आने का खुला न्योता दिया है। सीट बंटवारे और कैंडिडेट लिस्ट आने से पहले ही उन्होंने खुला ऐलान करते हुए फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ''लोकतंत्र के महापर्व बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मोकामा विधानसभा क्षेत्र 178 से हमारे नामांकन समारोह में आप सभी जनता मालिक सादर आमंत्रित हैं। यह हमारे लिए गौरव और संकल्प की बेला है। आप सभी जनता मालिकों और समर्थकों से विनम्र निवेदन है — अपना आशीर्वाद, स्नेह और समर्थन अवश्य प्रदान करें, ताकि यह यात्रा जनहित और न्याय के मार्ग पर सफल हो सके।''

कौन हैं अनंत सिंह, पहली बार कब बने विधायक?
अनंत सिंह मोकामा से पूर्व विधायक हैं और हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए हैं। वह बेउर जेल में बंद थे। अनंत सिंह बिहार के बाहुबली नेता हैं और अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं। उन्हें बिहार में छोटे सरकार भी कहा जाता है।
- 2005 में अनंत सिंह ने मोकामा विधानसभा से चुनाव लड़ा और वह पहली बार विधायक बने। 2005 में बिहार में दो बार विधानसभा चुनाव हुए थे और दोनों ही बार मोकामा से अनंत सिंह ने JDU के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीते थे।
- 2010 में अनंत सिंह ने मोकामा विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बनकर जीत की हैट्रिक लगाई। उन्होंने लोजपा की सोनम देवी को 8900 से अधिक वोटों से हराया था।
- इसके बाद 2015 विधानसभा चुनाव में हत्या करने, हत्या की कोशिश आदि समेत कई गंभीर आरोप लगने के कारण अनंत सिंह को जेडीयू ने टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने पर अनंत सिंह ने निर्दलीय दावा ठोका और जेडीयू के नीरज सिंह को 18 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया।
- 2020 में मोकामा में हुए विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने इस चुनाव में जेडीयू के राजीव लोचन नारायण सिंह को करीब 35 हजार से अधिक वोटों से हराया था।
आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीट पर चुनाव होगा। आज से उम्मीदवार 17 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी। वहीं 20 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होगी लेकिन अभी तक ज्यादातर पार्टियों ने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं हुआ है। बिहार में इस बार मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच है लेकिन अभी तक दोनों ही गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूला फाइनल नहीं किया है।
यह भी पढ़ें-
बिहार चुनाव: अनोखे अंदाज में दिखे तेजस्वी, घोड़े पर सवार होकर मोकामा में दी अनंत सिंह को चुनौती