छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां घुई वन रेंज के जंगल में संभवतः बिजली के करंट की चपेट में आने से एक वयस्क नर बाघ की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सोमवार सुबह की है। लगभग सात वर्षीय एक नर बाघ का शव घुई वन रेंज के भैंसामुंडा गांव के जंगल में मृत पाया गया।
अधिकारियों के अनुसार, वन विभाग को जंगल में बाघ के मृत होने की सूचना मिली, जिसके बाद तत्काल एक दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। वन कर्मियों ने मृत बाघ को बरामद किया और जांच के लिए पूरे इलाके को सुरक्षित कर लिया है।
बिजली के तार बिछाए गए
अधिकारियों ने बाघ की मौत के शुरुआती कारण पर आशंका व्यक्त करते हुए बताया, "शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि जंगली सूअर जैसे छोटे जानवरों को मारने के लिए शिकारियों द्वारा अवैध रूप से बिछाए गए बिजली के तार के संपर्क में आने से बाघ की मौत हुई है। यह वन्यजीवों के शिकार की एक सामान्य पद्धति है।" हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बाघ की मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सुनिश्चित हो पाएगा।
जांच के लिए टीम गठित
वन विभाग ने मृत बाघ का पोस्टमार्टम कराने के लिए एक विशेष दल का गठन किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह पुष्टि हो पाएगी कि बाघ की मौत करंट लगने से हुई है या इसके पीछे कोई अन्य कारण है। वहीं, वन विभाग ने इस मामले में शिकारियों की संलिप्तता की गहन जांच भी शुरू कर दी है।
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