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शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान, NCERT के साथ ये खास काम करेगी अमेजन कंपनी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बड़ा ऐलान किया है, जिससे NCERT पढ़ने वालों को खासा फायदा होगा।

Edited By: IndiaTV Hindi Desk
Published : Oct 08, 2024 11:56 IST, Updated : Oct 08, 2024 11:56 IST
Education Minister Dharmendra Pradhan- India TV Hindi
Image Source : PTI केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते दिन एक बड़ा ऐलान किया है कि NCERT अपने किताबों का प्रकाशन बढ़ाएगा। इसके लिए उसने अमेजन कंपनी के साथ एक करार भी किया है। इससे NCERT इस साल अपने किताबों के प्रकाशन को तीन गुना बढ़ाएगी और 15 करोड़ पुस्तकें छापेगी। प्रधान ने एनसीईआरटी और अमेज़न के बीच करार पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।

220 करोड़ है किताबों की संख्या

प्रधान ने कहा, "एनसीईआरटी साल 1963 से किताबों का पब्लिकेशन कर भारत के एजुकेशन को आकार दे रहा है। इसकी कुल पुस्तकों और पत्रिकाओं की संख्या करीबन 220 करोड़ है। एनसीईआरटी देश के लिए एक प्रमुख थिंक टैंक है। ये पुस्तकें देश भर में लगभग 20,000 पिन कोड पर उपलब्ध कराई जाएंगी। ये किताबें MRP पर उपलब्ध होंगी।"

प्रकाशन बढ़ेगा तीन गुना

उन्होंने कहा, "एनसीईआरटी किताबों के प्रकाशन को तीन गुना बढ़ाएगा और इस साल 15 करोड़ किताबें पब्लिश करेगा।" अमृत काल के 300 मिलियन छात्रों के लिए सीखने को आनंददायक बनाने के महत्व पर जोर देते हुए, प्रधान ने ई-किताबों के बनाने पर भी जोर दिया जो इंटरैक्टिव और एआई-संचालित हों, जिनमें बोलने वाली पुस्तकों जैसे इनोवेशन भी शामिल हों।

लगेगी पायरेटेड एनसीईआरटी किताबों पर अंकुश

अधिकारियों के मुताबिक, सभी क्लासेस की एनसीईआरटी की किताबें अमेज़न एनसीईआरटी स्टोरफ्रंट पर उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसे सोमवार को लॉन्च भी किया गया। किताबों को एमआरपी से अधिक कीमत पर नहीं बेचा जाएगा। इस प्लेटफॉर्म पर केवल मूल एनसीईआरटी की किताबें ही बेची जाएंगी, जिससे पायरेटेड एनसीईआरटी किताबों की बिक्री पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।

दूरदराज क्षेत्रों में होगी आसानी

आगे कहा कि "अमेज़ॅन एनसीईआरटी को नकली या अधिक कीमत वाली किताबें वितरित करने वाले अनधिकृत विक्रेताओं की निगरानी करने और उन्हें पकड़ने में मदद करेगा। अमेज़न के बड़े नेटवर्क के माध्यम से, छात्र और स्कूल, यहाँ तक कि सबसे दूरदराज के इलाकों में भी, तय कीमतों पर किताब खरीद सकेंगे।

थोक ऑर्डर भी रहेगा आसान

शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "इससे आपूर्ति में कमी, देरी से उपलब्धता और पाठ्यपुस्तकों की क्षेत्रीय कमी जैसी चुनौतियों का समाधान होगा, जिससे शिक्षा तक समान पहुँच सुनिश्चित होगी।" व्यक्तिगत ग्राहकों की सेवा करने के अलावा, अमेज़न एनसीईआरटी के साथ मिलकर सरकारी एजेंसियों और स्कूलों के लिए थोक ऑर्डरिंग को आसान बनाएगा, जिससे संस्थानों के लिए बड़ी मात्रा में किताबें खरीदना आसान हो जाएगा।

इसका समर्थन करने के लिए, एनसीईआरटी ने कई वितरण विक्रेताओं को नियुक्त किया है जो समय पर और कुशल डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए अमेज़न पर विक्रेताओं के साथ काम करेंगे।

कंपनी के अधिकारी ने कही ये बात

अमेज़न इंडिया के उपाध्यक्ष (कैटेगरीज) सौरभ श्रीवास्तव ने कहा, "अमेज़ॅन पर देश भर में लाखों भारतीयों द्वारा हर दिन जरूरी प्रोडक्ट को आसानी से सुलभ बनाने के लिए भरोसा किया जाता है, और हमारा मानना ​​है कि क्वालिटी एजुकेशन पर कोई अपवाद नहीं होनी चाहिए। इस प्रयास से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए जरूरी संसाधनों तक पहुंच आसान हो जाएगी, जिससे बिना किसी समझौते के उनकी सीखने की यात्रा को समर्थन मिलेगा।"

(इनपुट- PTI)

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