INDIA TV Fact Check: हम सोशल मीडिया से घिर चुके हैं, अधिकतर खबरें अब हमें सोशल मीडिया पर पहले ही मिल जाती हैं। पर कभी-कभी ये खबरें सही नहीं होती है, ऐसे में इंडिया टीवी आपके लिए इन खबरों का फैक्ट चेक करते हैं ताकि आप फर्जी खबरों के शिकार न हों। ये तो आप भी जानते हैं कि सोशल मीडिया पर आए दिन ऐसे-ऐसे वीडियो आते रहते हैं, जिसमें चीजों को बढ़ा-चढ़ा कर कन्फयूजन क्रिएट किया जाता है। ऐसे ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर घूम रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को वॉटर कैनन के दबाव का सामना करते हुए दिखाया गया है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है और कुछ यूजर इसे दिल्ली के आसपास चल रहे किसानों के विरोध से जोड़ रहे हैं।
वायरल वीडियो में क्या है दावा?
इस वीडियो को एक्स प्लेटफॉर्म पर वीना जैन नाम के यूजर ने शेयर किया है। यूजर ने शेयर करते हुए लिखा कि कल से कुछ कम बुद्धि वाले भाजपा समर्थकों ने किसानों को कर राजस्व में गैर-योगदानकर्ता कहना शुरू कर दिया, लेकिन जब वे टैक्स की बात करते हैं तो वे डायरेक्ट टैक्स को इनकम टैक्स की तरह ही मानते हैं। उन अप्रत्यक्ष करों के बारे में क्या कहें जिनका भुगतान हर एक व्यक्ति करता है?? कर राजस्व में सबसे बड़ा योगदानकर्ता कौन है..?? किसानों को आपके एजेंडे की परवाह नहीं है, वे लड़ना जानते हैं। साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन से संबंधित कई हैशटैग का इस्तेमाल किया।
एक पूजा क्वीन नाम की यूजर ने भी इसी वीडियो की क्लिप शेयर की और कैप्शन लिखा कि पॉवर ऑफ इंडियन किसान। साथ ही #FarmersProtest #FarmersProtest2024 #Farmers #किसान_मज़दूर_मोर्चा_KMM लगाए। इस वीडियो को दिल्ली चलो मार्च को लेकर दावा किया जा रहा है। साथ ही खबर लिखे जाने तक, इस वीडियो को प्लेटफ़ॉर्म पर एक लाख से अधिक बार देखा जा चुका था।
पड़ताल में क्या मिला?
इस वीडियो को लेकर जब हमने जांच पड़ताल शुरू की तो हमें मिला कि ये वीडियो पुराना है और चल रहे किसानों के विरोध से इसका कोई संबंध नहीं है। इसका पता नवंबर 2020 में लगाया जा सकता है, जब हजारों किसानों ने भारत सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। हमने इस वीडियो के कीफ़्रेम पर Google लेंस डाला तो हमें कई सारे प्लेटफॉर्म पर ऐसे वीडियो मिले। इनमें एक वीडियो जो यूट्यूब पर शेयर किया गया था, उसमें तारीख भी बताई गई।
वीडियो 11 दिसंबर 2020 को शेयर किया गया था, और इसके कैप्शन में,लिखा गया कि स्टील मैन, किसान विरोध प्रदर्शन के दौरान पानी की बौछार से प्रभावित नहीं हुआ सिख व्यक्ति, पंजाब, सिंघु बॉर्डर। इससे साफ पता चलता है कि ये वीडियो इस समय दिल्ली चलो मार्च से संबंधित नहीं है। ये वीडियो पंजाब के सिंधु बॉर्डर का है।
फैक्ट चेक में क्या मिला?
हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में ये वीडियो इस समय हो रहे किसान आंदोलन का नहीं है, बल्कि ये सिंघु बार्डर का साल 2020 के किसान आंदोलन का है।