मुंबई: महाराष्ट्र सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री और BJP नेता ने शुक्रवार को 91,50,000 हजार रुपये मूल्य के 500 और 1000 के नोटों को रखने की बात स्वीकार की। सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख ने एक निजी समाचार टीवी चैनल से कहा, "मैं हमेशा सोचता था कि मेरे नियमित व्यापारिक लेनदेन में इन नोटों से सुविधा होगी। लेकिन, गत 8 नवम्बर को ये नोट अचानक अमान्य घोषित कर दिए गए। इस संबंध में मैं कोई भी परिणाम भुगतने को तैयार हूं।"
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पुराने नोट एक निजी वाहन से जब्त किए गए थे। यह वाहन देशमुख द्वारा नियंत्रित सोलापुर की एक गैर सरकारी संस्था लोक मंगल समूह का था। इस घटना से लोग अचंभित रह गए हैं।
जब्ती की पुष्टि करते हुए गुरुवार को उस्मानाबाद के कलेक्टर प्रशांत नरनावरे ने संवाददाताओं से कहा कि जिले के निर्वाचन विभाग के एक उड़न दस्ते द्वारा उमरगा शहर के निकट वाहनों की नियमित जांच के दौरान इस धनराशि का पता चला था।वाहन को जब्त कर लिया गया और नकद राशि को जांच लंबित रहने तक जिला कोषागार में जमा कर दिया गया।
पहले लोक मंगल समूह के एक कर्मचारी ने कहा था कि नकद राशि लोक मंगल बैंक की है और समूह की चीनी फैक्ट्री के कर्मचारियों के भुगतान के लिए है। लेकिन, एक ही दिन बाद देशमुख ने कहा कि नकद राशि उनकी है। उन्होंने कहा कि यह अवैध नहीं है और न ही इनका चुनावों में इस्तेमाल होना है। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने देशमुख को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
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