सवाल-क्या आपने सोच रखा था ऐसे करेंगे उसके?
मैंने सोच कर जा रहा था लेकिन मेरे बाकी साथी नहीं मान रहे थे। वो नहीं मान रहे थे कि अभी पकड़ेंगे। कहीं ऊपर तक चले जाए तब पकड़ें इसको।
आतंकी का दांव उलटा पड़ चुका था। जिन लोगों को बंधक बनाया, उन्हीं लोगों ने दिलेरी दिखाते हुए उसे दबोच रखा था। आतंकी बार-बार उन दोनों से कहता रहा कि मुझे छोड़ दो लेकिन दोनों ने इरादा पक्का कर रखा था जान चली जाए लेकिन आतंकी नावेद को आखिर दम तक नहीं छोड़ेंगे।
दरअसल, आतंकी नावेद ने 5 लोगों को बंधक बनाया था, 3 बंधक किसी तरह आतंकी की कैद से भागने में कामयाब रहे थे, लेकिन जीजा-साले की जोड़ी ने दिलेरी दिखाते हुए पाकिस्तान से आए लश्कर के खूंखार आतंकी को जिंदा गिरफ्तार करवा दिया। जम्मू के ये जाबांज रियल लाइफ के हीरो हैं जिन्होंने साबित कर दिया कि अगर हिम्मत और हौसला हो तो कुछ भी मुमकिन है।