नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को "ग्लोबल सिटीजन लाइव" कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि महामारी से लड़ने के हमारे साझा अनुभव ने हमें सिखाया है कि जब हम साथ होते हैं तो हम मज़बूत और बेहतर होते हैं। हमने सामूहिक भावना की झलक तब देखी जब हमारे COVID19 डॉक्टर, नर्स, चिकित्सा कर्मचारियों ने महामारी से लड़ने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया। हमने रिकॉर्ड समय में नए टीके बनाने वाले वैज्ञानिकों में यह भावना देखी। गरीबों को सरकारों पर अधिक निर्भर बनाकर गरीबी से नहीं लड़ा जा सकता। गरीबी से तब लड़ा जा सकता है जब गरीब सरकारों को भरोसेमंद साथी के रूप में देखना शुरू कर दें। भरोसेमंद साथी जो उन्हें गरीबी के दुष्चक्र को हमेशा तोड़ने के लिए सक्षम बुनियादी ढांचा देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ग्लोबल सिटीजन लाइव इवेंट को संबोधित करते हुए आगे कहा कि कोरोना के अलावा भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। सबसे बड़ी चुनौतियों में गरीबी है। गरीबों को सरकारों पर अधिक निर्भर बनाकर इसे लड़ा नहीं जा सकता। गरीबी से तब लड़ा जा सकता है, जब गरीब सरकारों को विश्वसनीय भागीदार के रूप में देखना शुरू कर दें। सरकारें उन्हें गरीबी से लड़ने के लिए बुनियादी ढांचा देंगीं। जब गरीबों को सशक्त बनाने के लिए शक्ति का उपयोग किया जाता है, तो उन्हें गरीबी से लड़ने की ताकत मिलती है। हमारे प्रयासों में बैंकिंग का उपयोग न करने वाले लोगों को बैंकिंग से जोड़ना, लाखों लोगों को सामाजिक सुरक्षा कवरेज देना, 500 मिलियन भारतीयों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देना शामिल है।
गरीबों के लिए कर रहे काम- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ग्लोबल सिटीजन लाइव इवेंट को संबोधित करते हुए आगे कहा कि कोरोना के अलावा भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। सबसे बड़ी चुनौतियों में गरीबी है। गरीबों को सरकारों पर अधिक निर्भर बनाकर इसे लड़ा नहीं जा सकता। गरीबी से तब लड़ा जा सकता है, जब गरीब सरकारों को विश्वसनीय भागीदार के रूप में देखना शुरू कर दें।
गरीबों को सशक्त बनाने के लिए शक्ति का उपयोग हो
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सरकारें उन्हें गरीबी से लड़ने के लिए बुनियादी ढांचा देंगीं। जब गरीबों को सशक्त बनाने के लिए शक्ति का उपयोग किया जाता है, तो उन्हें गरीबी से लड़ने की ताकत मिलती है। हमारे प्रयासों में बैंकिंग का उपयोग न करने वाले लोगों को बैंकिंग से जोड़ना, लाखों लोगों को सामाजिक सुरक्षा कवरेज देना, 500 मिलियन भारतीयों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा देना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने कहा, भारत में शहरों और गांवों में बेघरों के लिए लगभग 30 मिलियन घर बनाए गए हैं। पिछले साल और अब के कई महीनों में 80 करोड़ भारतीय नागरिकों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है और कई अन्य प्रयास गरीबी के खिलाफ लड़ाई को ताकत देंगे। इसके अलावा भारत एकमात्र G-20 राष्ट्र है जो अपनी पेरिस प्रतिबद्धताओं के साथ ट्रैक पर है। भारत को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदा लचीलापन बुनियादी ढांचे के गठबंधन के बैनर तले दुनिया को एक साथ लाने पर भी गर्व है। हम मानव जाति के विकास के लिए भारत के विकास में विश्वास करते हैं। बता दें कि, 'ग्लोबल सिटीजन' एक वैश्विक संगठन है, जो गरीबी को खत्म करने की दिशा में काम कर रहा है। इसका विशेष सम्मेलन 25 सितंबर से 26 सितंबर तक चलेगा।