Saturday, April 27, 2024
Advertisement

Super Blue Moon: आसमान में 30 अगस्त को अद्भुत दिखेगा चांद, जानिए क्या होता है 'सुपर ब्लू मून'

आसमान में 30 अगस्त की रात अनोखी आकाशीय घटना होगी। इस दिन चांद सबसे ज्यादा चमकीला और बड़ा दिखाई देगा। क्या होता है सुपर ब्लू मून, आप कैसे और कब देख सकेंगे? जानिए पूरी डिटेल्स-

Published on: August 28, 2023 14:59 IST
super blue moon- India TV Hindi
Image Source : SOCIAL MEDIA 30 अगस्त को दिखेगा सुपर ब्लू मून

"वन्स इन ए ब्लू मून" की दुर्लभ घटना  30 अगस्त को घटित होगी। इस दिन आसमान में चांद अद्भुत दिखाई देगा। इसे ब्लू मून या सुपर ब्लू मून कहा जाता है। बुधवार यानी 30 अगस्त को होने वाली ये आकाशीय घटना कई वर्षों तक दोबारा नहीं होगी इसीलिए ये घटना अहम है और आपको ये घटना जरूर देखनी चाहिए। इसे सुपर ब्लू मून कहा जाता है लेकिन चांद नीला नहीं दिखाई देता है। दरअसल, चंद्रमा रात में नारंगी रंग का दिखाई देगा। सुपर ब्लू मून इस वर्ष अब तक दिखाई देने वाला तीसरा सबसे बड़ा चंद्रमा होगा। यह वास्तव में रोमांचक घटना है।

जानिए ब्लू मून क्या है?

बुधवार को पूर्णिमा है और पूर्ण चंद्रमा आमतौर पर महीने में एक बार (हर 30 दिन या उसके बाद) होता है, लेकिन जब ब्लू मून होता है तो यह दो बार होता है। ब्लू मून दो प्रकार के होते हैं, लेकिन किसी का भी रंग से कोई लेना-देना नहीं है। नासा के अनुसार, मौसमी ब्लू मून चार पूर्ण चंद्रमाओं वाले सीज़न में तीसरी पूर्णिमा है, जो ब्लू मून की पारंपरिक परिभाषा है। दूसरी ओर, मासिक ब्लू मून दूसरी पूर्णिमा को संदर्भित करता है जो एक ही कैलेंडर माह के भीतर होती है।

समय और दिनांक के अनुसार, चूंकि चंद्रमा की एक अवधि औसतन 29.5 दिनों तक चलती हैं और 12 चंद्र चक्र वास्तव में 354 दिनों में पूरे हो जाते हैं। इस प्रकार, 13वीं पूर्णिमा हर 2.5 साल में एक बार या किसी दिए गए निश्चित वर्ष में दिखाई देती है। यह 13वीं पूर्णिमा सामान्य नामकरण योजना के अनुरूप नहीं है और इसे ब्लू मून कहा जाता है।

इसे सुपर ब्लू मून क्यों कहा जाता है?

दरअसल, उत्तरी गोलार्ध में गर्मियों की तीसरी और आखिरी पूर्णिमा एक "सुपर ब्लू मून" होगी, क्योंकि चंद्रमा की पृथ्वी की 29-दिवसीय कक्षा के अनुसार, यह एक कैलेंडर माह में दूसरी पूर्णिमा होगी, जो इसे 'सुपर ब्लू मून' बनाती है। औसतन, सुपरमून नियमित चंद्रमाओं की तुलना में 16% अधिक चमकीला होता है। इसके अतिरिक्त, इस दिन चांद सामान्य पूर्णिमा से भी बड़ा दिखाई देता है। नासा के अनुसार,  यह घटना तब घटित होती है जब चंद्रमा पूर्ण होता है और उसकी कक्षा पृथ्वी के सबसे निकट होती है।

सुपर ब्लू मून देखने का सबसे अच्छा समय क्या है?

पूर्णिमा को सूर्यास्त के ठीक बाद गोधूलि बेला के दौरान उगने पर देख सकते हैं। 30 अगस्त 2023 को ठीक रात 8:37 बजे, सुपर ब्लू मून अपनी अधिकतम चमक तक पहुंच जाएगा। चंद्रोदय, विशेष रूप से गोधूलि के घंटों में, चंद्रमा देखने के लिए शाम के सबसे अच्छे समय के साथ मेल खाता है। यूरोपीय दर्शकों को एक विशेष सौगात मिलने वाली है क्योंकि गुरुवार, 31 अगस्त को चंद्रमा को उदय देखने के लिए यहां के लोगों को एक अतिरिक्त रात मिलती है, जो बुधवार की तुलना में थोड़ी देर से होती है।

नीला सुपरमून कितना दुर्लभ है?

नासा के अनुसार, ब्लू सुपरमून एक बहुत ही दुर्लभ घटना है। खगोलीय स्थितियों के कारण ये चंद्रमा अक्सर हर दस साल में केवल एक बार दिखाई देता है। लेकिन कभी-कभी, नीले सुपरमून के बीच का अंतराल बीस साल तक का हो सकता है। सुपर ब्लू चंद्रमाओं के बीच का अंतराल अत्यधिक अनियमित है - यह 20 साल तक लंबा हो सकता है - औसत अक्सर 10 साल होता है। इस तरह से अगला सुपर ब्लू मून साल 2037 में जनवरी और मार्च में होगा।

ये भी पढ़ें: 

बीड में बोले डिप्टी सीएम अजित पवार- 'ये राजनीति है, यहां कोई स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता'

हरियाणा के नूंह में तनाव वाले हालात, आज फिर निकलेगी VHP की जलाभिषेक यात्रा, स्कूल-कॉलेज और बैंक बंद; धारा 144 लागू

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement