Telangana: तेलंगाना के हजारों हथकरघा बुनकरों ने सोमवार को एक अनोखे विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्टकार्ड भेजकर हथकरघा से वस्तु एवं सेवा कर (GST) वापस लेने की मांग की। सामान्य डाकघर (जीपीओ) में हजारों पोस्टकार्ड जमा किए गए। बुनकर और हथकरघा समर्थक निजाम कॉलेज मैदान में एकत्र हुए और एक रैली में जीपीओ तक मार्च किया।
पांच प्रतिशत जीएसटी वापस लेने की मांग
रैली में शामिल बुनकरों के पास मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और राज्य के हथकरघा एवं कपड़ा मंत्री के.टी. रामा राव की तस्वीरें थीं और साथ ही जीएसटी को वापस लेने की मांग वाली तख्तियां भी थीं। उन्होंने केंद्र से हथकरघा उत्पादों और इसके कच्चे माल पर तुरंत पांच प्रतिशत जीएसटी वापस लेने की मांग की। बुनकरों ने रामा राव की ओर से दी गई कॉल का जवाब देते हुए पोस्ट कार्ड लिखे, जिन्होंने 22 अक्टूबर को जीएसटी रोलबैक की मांग करते हुए अभियान शुरू किया था।
अभियान को बुनकरों से व्यापक प्रतिक्रिया मिली
अभियान को राज्य भर में फैले बुनकरों से व्यापक प्रतिक्रिया मिली। कार्यक्रम और रैली में विधान परिषद के सदस्य एल. रमना, चिंता प्रभाकर, अध्यक्ष, तेलंगाना राज्य हथकरघा विकास निगम लिमिटेड, गुडूरी प्रवीण, अध्यक्ष, तेलंगाना पावरलूम और कपड़ा विकास निगम लिमिटेड, पूर्व राज्यसभा सांसद आनंद भास्कर रापोलू, और वारंगल के मेयर गुंडू सुधारानी ने भाग लिया।
'सीएम ने हथकरघा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए'
कॉलेज के मैदान में जमा लोगों को संबोधित करते हुए रमना ने जीएसटी को वापस लेने की मांग की। उन्होंने केंद्र सरकार से आईसीआईसीआई लोम्बार्ड स्वास्थ्य योजना और महात्मा गांधी बुनकर बीमा योजना सहित बुनकरों के लिए योजनाओं को बहाल करने की भी मांग की है। रमना ने कहा कि मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने हथकरघा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए। उनमें से कुछ हैं नेथन्ना कू बीमा, चेनेथा मित्रा, नेथन्नाकू चेयुथा और बुनकरों की कर्जमाफी।