नई दिल्ली: दिल्ली के चीफ सेक्रेट्री के साथ मारपीट के मामले में अरविन्द केजरीवाल की पार्टी के विधायकों की मुश्किलें और बढ़ गईं हैं। इस मामले में केजरीवाल के सबसे करीबी वीके जैन ने जज के सामने गवाही दी है कि उस रात सीएम के सामने विधायकों ने मुख्य सचिव के साथ मारपीट की थी। दिल्ली के सीएम के सबसे करीबी नौकरशाह की इस गवाही ने आम आदमी पार्टी के दो विधायकों के साथ साथ केजरीवाल की भी नींद उड़ा दी है। वी के जैन ने अपने बयान में बताया कि उस रात सीएम हाउस में कौन-कौन था, किस बात पर बहस हुई और किस-किस ने चीफ सेक्रेटरी पर हाथ उठाया।
वीके जैन ने कोर्ट को बताया कि, “सीएम साहब ने रात 11 बजकर 25 मिनट पर पूछा कि क्या मुख्य सचिव साहब आ रहे हैं, या नहीं। मैं रात 11 बजकर 30 मिनट अपने घर से निकला और मुख्य सचिव साहब को फोन किया। मैंने सीएम साहब को कन्फर्म किया कि मुख्य सचिव आ रहे हैं। मैं रात बारह बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचा और मुख्य सचिव 12 बजकर 5 मिनट पर सीएम आवास पहुंचे। मैं मुख्य सचिव को मीटिंग रुम में बिठाकर वॉशरुम चला गया था। जब मैं वापस आया, तो देखा कि दोनों आरोपी विधायक मुख्य सचिव साहब को मार रहे हैं। मुख्य सचिव साहब का चश्मा नीचे गिर गया फिर वो मीटिंग रुम से बाहर चले गए। मैं मुख्य सचिव को रोकने के लिए उनके पीछे गया लेकिन वो नहीं रुके। फिर मैं अपने घर चला गया।
केजरीवाल के सलाहकार की गवाही ने कैसे उनके विधायकों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी?
अभी तक सिर्फ चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ही कह रहे थे कि उनके साथ मारपीट हुई, लेकिन ये पहला मौका है जब कोई और भी कह रहा है कि उस रात सीएम हाउस में चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट हुई थी। अंशु प्रकाश ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें उन्होंने अमानतुल्लाह खान समेत दो विधायकों पर घूंसे मारने का आरोप लगाया है जिसकी वजह से उनका चश्मा गिर गया था। वीके जैन ने भी अपने बयान में कहा है कि उस रात चीफ सेक्रेटरी का चश्मा जमीन पर गिर गया था।
चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश की एफआईआर की तरह वीके जैन ने भी अपने बयान में बताया कि मीटिंग में मुख्य सचिव को दो विधायकों के बीच में बिठाया गया था। अंशु प्रकाश अमानतुल्ला और एक विधायक के बीच में थ्री सीटर सोफे पर बैठे थे और जिस कमरे में मीटिंग हो रही थी, वहीं मारपीट हुई। सीएम के सलाहकार की गवाही को आम आदमी पार्टी दबाव में ली गई गवाही बता रही है। आप का आरोप है कि वीके जैन ने पहले कुछ बयान दिया था और अब दबाव में कुछ और बयान दे रहे हैं।
आम आदमी पार्टी भले ही इसे सियासी साजिश का आरोप लगा रहे हों लेकिन दिल्ली पुलिस का कहना है कि वीके जैन की गवाही से साफ हो गया है कि आप के ये विधायक अपनी आदत से बाज नहीं आए हैं। ये पहले भी अफसरों के साथ मनमानी करते रहे हैं। केजरीवाल के सलाहकार की गवाही अहम इसलिए है क्योंकि वीके जैन केजरीवाल के सबसे करीबी अफसर हैं। केजरीवाल ने ही रिटायरमेंट के बाद वीके जैन को सलाहकार बनाया था और सीएम अहम मसलों में उनकी राय से ही अपना फैसला लेते हैं।
वीके जैन की गवाही से साफ है कि चीफ सेक्रेटरी ने मारपीट का जो आरोप लगाया है वो सच है और सबसे खास बात ये कि वीके जैन ने अपना बयान धारा 161 और 164 के तहत दर्ज कराया है। यानी अब ये बयान कोर्ट में बदलेगा नहीं और अहम गवाही मानी जाएगी और आज जब कोर्ट में दोनों विधायकों की जमानत पर बहस होगी तो इस गवाही को खास तवज्जो दी जाएगी। बता दें कि कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जरवाल को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है।