युवा कर्मचारी सोशल मीडिया पर ऐसी जानकारियां हासिल करते हैं, जिनसे सहकर्मियों के साथ उनके सम्बंध बेहतर होते हैं और या फिर उनके बारे में उनकी पूर्वनिर्धारित सोच में बदलाव आता है। ऐसे कर्मचारियों का प्रतिशत 23 है और इनकी उम्र 18 से 29 साल की है।
कई कर्मचारियों ने यह भी कहा कि उनकी कम्पनियों ने काम के दौरान फेसबुक या फिर इस तरह के दूसरे माध्यमों के उपयोग के लिए नीतियां बना रखी हैं। अल्पकालिक और पूर्णकालिक कर्मचारियों में से आधे यह मानते हैं कि उनकी कम्पनी ने सोशल नेटवर्किं ग के उपयोग के लिए नीति बना रखी है।
शोध में पता चला है कि जिन कम्पनियों ने काम के दौरान सोशल नेटवर्किं ग के उपयोग के लिए अपने कर्मचारियों की खातिर नीतियां बना रखी हैं, वहां के कर्मचारी फेसबुक या दूसरे माध्यमों के उपयोग कम ही कर पाते हैं।
कुल मिलाकर 65 फीसदी लोगों का यह मानना है कि सोशल मीडिया के उपयोग से उनका काम बेहतर होता है क्योंकि इससे उन्हें नई जानकारियां मिलती हैं और सबसे अहम बात यह है कि वे अपनी मानसिक थकान को दूर करते हुए फिर काम में मन लगा सकते हैं।
इनमें से 17 फीसदी कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिनका मानना है कि वे काम से जुड़े मसलों के लिए शायद ही कभी इंटरनेट का उपयोग करते हैं और 25 फीसदी ऐसे भी हैं, जो कहते हैं कि वे इस कारण के लिए इंटरनेट का उपयोग कभी नहीं करते।