धर्म डेस्क: 31 मार्च को चैत्र माह की पूर्णिमा है। इसके साथ ही हनुमान जयंती भी है। इस बार बहुत ही दुर्लभ संयोग बन रहा है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार क्योंकि 9 साल बाद ऐसा हुआ है जब शनि-मंगल का संयोग बन रहा है। इतना ही नहीं इस दिन शाम को 06:52 पर सूर्यदेव रेवती नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल को सुबह 08:14 तक वहीं पर रहेंगे।
इस दिन शनि और मंगल के कोई भी उपाय करना शुभ होगा। इसके साथ ही शनि दोष से भी निजात मिल सकता है। इस दिन रात के समय भगवान हनुमान की पूजा जरुर करें। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि हनुमान जी रात के समय पैदा हुए थे। जिसके कारण आपकी पूजा का फल शुभ ही मिलेगा।
शुभ मुहूर्त
उदया तिथि होने के कारण 31 मार्च को ही यह पर्व मनाया जाएगा। इसलिए 6 बजे तक पूजा किया जा सकता है।
राहुकाल
सुबह 09:19 से 10:52 तक