Friday, May 17, 2024
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..तो इस कारण तीज का नाम हरितालिका तीज पड़ा

यह व्रत महिलाओं के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं। इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रुप में प्राप्त करने के लिए रखा था। व्रत की कथा कप पार्वती की कठोर तपस्या, धैर्य, संयय, पवित्रता के बारें में बताया गया हैं। जानइए इसका नाम ये क्यों.

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated on: July 24, 2017 20:22 IST

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पार्वती ने यह बात अपनी सखी को बताई। वह सखी पार्वती को एक घने जंगल में ले गई। पार्वती ने जंगल में मिट्टी का शिवलिंग बनाकर कठोर तप किया, जिससे भगवान शंकर प्रसन्न हुए। उन्होंने प्रकट होकर पार्वती से वरदान मांगने को कहा। पार्वती ने भगवान शंकर से अपनी धर्मपत्नी बनाने का वरदान मांगा, जिसे भगवान शंकर ने स्वीकार किया। इस तरह माता पार्वती को भगवान शंकर पति के रूप में प्राप्त हुए।

इसी तरह इसका नाम हरितालिका तीज पड़ा। जिसके कारण इस दिन कुवांरी कन्याएं पार्वती मां की तरह पूजा-पाठ कर अच्छ वर की कामना करती हैं।

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