Wednesday, April 24, 2024
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धनवान, खूबसूरत और शौकीन बनाता है शुक्र, जानिए कुंडली के 12 भावों पर इसका प्रभाव

शुक्र को विलासता और धन का प्रतीक कहा जाता है। ये कुंडली के किस भाव में बैठता है और क्या असर करता है, यहां जानिए

Vineeta Vashisth Edited by: Vineeta Vashisth
Published on: April 26, 2022 14:10 IST
Shukra grah- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK Shukra grah
नवग्रहों में सबसे ज्यादा सुंदर, विलासी और धनवान ग्रह का दर्जा शुक्र ग्रह को दिया गया है। ज्योतिष विज्ञान में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख और विलासितापूर्ण जीवन का प्रतीक माना जाता है। यानी जिसकी कुंडली शुक्र ग्रह शुभ फल दे वहां धन, यश, ऐश्वर्य एवं सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं प्राप्त की जाती सकती हैं। 
 
किसी जातक के जीवन में क्या सुख लिखा है, उसका धन, संपत्ति और रोजगार का मसला भी शुक्र की स्थिति पर ही निर्भर  करता है। चलिए जानते हैं कि किसी की कुंडली में शुक्र किस भाव में बैठकर क्या फल देता है। यहां कुंडली के 12 भावों के लिए शुक्र के फल का आकलन किया गया है।
 
शुक्र कुंडली के पहले भाव में हो तो..
पहले भाव को लग्न भाव कहते हैं। यहां शुक्र बैठा हो तो व्यक्ति शानदार कपड़े पहनना पसंद करता है सोफेस्टिकेटेड होता है। ऐसे लोग ब्यूटी बिजनेस में अधिक कमाई करते हैं, ऐसे लोगों के पास धन की कभी कमी नहीं रहती। 
 
स्वभाव की बात करें तो शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति को मीठा पसंद होता है, ऐसे लोग कलाप्रिय होते हैं और साथ ही चतुर और अच्छे वक्ता भी होते हैं।
 
शुक्र कुंडली के दूसरे भाव में हो तो..
 
ऐसा व्यक्ति जातक धन कमाता भी है और बजत भी करता है। व्यक्ति दोस्तों के साथ साझेदारी में अच्छा का करता है, दोस्त लाभकारी होते हैं। व्यक्ति कला के क्षेत्र में फेमस होता है। स्वभाव की बात की जाए तो ऐसे लोगों में धैर्य और संयम की कमी देखी जाती है। वह बिना सोचे समझे निर्णय लेते हैं एवं अनेक कष्ट उठाते हैं।
 
शुक्र कुंडली के तीसरे भाव में हो तो..
 
ऐसे लोग मनोरंजन प्रिय, हंसमुख, सामान्यतौर पर सुखी, धनवान, घूमना फिरना पसंद करने वाले और आर्ट लवर होते हैं। ऐसे लोगों को बहनों का सहयोग मिलता है। 
 
ऐसे लोगों को रंगमंच, होटल व्यवसाय व मनोरंजन के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। ऐसे लोग लंबी यात्राएं पसंद करते हैं। 
 
शुक्र कुंडली के तीसरे भाव में हो तो..
 
ऐसे लोग आमतौर पर सुखी, लंबी उम्र, सुसंतानों से युक्त, आर्ट लवर, धनवान औऱ प्रकृति प्रेमी होते हैं। ऐसे लोग को सजावट और सुंदरता हमेशा पसंद आती है।  व्यक्ति कला, रंगमंच, जुआ, बीयर बार, सौन्दर्य प्रसाधन व महिलाओं के सामान संबंधी व्यापार व व्यवसाय में सफल होता है।
 
शुक्र कुंडली के चौथे भाव में हो तो..
 
ऐसे लोग दिल से उदार, आर्ट लवर, विद्वान और संगीत प्रेमी होते हैं। ये आमतौर पर मीठा बोलते हैं और दिल से लोगों का भला करना चाहते हैं। ऐसे लोगों का  जातक का स्त्रियों की सहायता से धनार्जन होता है।
 
शुक्र कुंडली के पांचवे भाव में हो तो
ऐस लोग स्वभाव से उदार, आर्ट लवर औऱ बड़े परिवार वाले होते हैं। इनकी एक और दो से ज्यादा संतानों के योग होत हैं। ऐसे लोगों को महिलाओं की वजह से आय में वृद्धि  और बिजनेस में मुनाफा होता है।
 
शुक्र कुंडली के छठे भाव में हो तो
 
ऐसे लोग यूं तो धनवान होते हैं लेकिन इनकी संकीर्ण मनोवृत्ति होता है। ये आमतौर पर गुप्त रोगों से ग्रसित, स्त्री सुख से हीन और फिजूल खर्चीले होते हैं।
 ऐसे लोगों को मामा पक्ष की तरफ से लाभ होता है औऱ इनके दोस्त भी काफी होते हैं।
 
शुक्र कुंडली में सातवें भाव में हो तो
 
ऐसे लोग परम स्नेही, धनवान, ब्यूटी लवर और जीवन में सुखी होते हैं। ऐसे लोगों की दोस्ती का दायरा बड़ा होता है , पारिवारिक सुख मिलता है और मिलनसार होते हैं। ये व्यवसायिक जीवन में बुद्धिमान होते हैं और स्वभाव से चंचल।
 
शुक्र कुंडली में आठवें भाव में हो तो
 
ऐसे लोग स्वभाव से आलसी होते हैं पर अपने कामकाज से जल्द ही प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। प्रेम संबंधों में इनको  आमतौर पर असफलता प्राप्त होती है। ये लोग परिवार का सुख और धन धान्य को प्राप्त करते है। समय आने पर ऐसे  लोग क्रोधी एवं निर्दयी भी हो जाते हैं।
 
शुक्र कुंडली में नौवें भाव में हो तो
 
ऐसे लोग भगवान में विश्वास करने वाले, कई गुणों से संपन्न और मनोरंजन प्रिय होते है। ऐसे लोग प्रतिभाशाली होते हैं और दूसरों के लिए सहानुभूति रखते है। भाग्यशाली होते हैं और स्वभाग से चंचल और प्रशंसा सुनने के शौकीन।
 
शुक्र कुंडली के 10वें भाव में हो तो  
 
ऐसे लोग विद्वान और तर्क वितर्क में कुशल होते है। ऐसे लोग धार्मिक कार्यो में रूचि रखने वाले, विलासी, भाग्यशाली, धनवान होते हैं। ऐसे लोगों को माता का उत्तम सुख व कृपा प्राप्त होती है। घर जमीन पैसा सब कुछ पाते हैं। 
 
शुक्र कुंडली के 11वें भाव में हो तो
 
 ऐसे लोग गुणवान, धनवान, यशस्वी, कई संतान वाले, प्रभावशाली, उदार और आर्ट लवर होते हैं। ये भगवान में विश्वास करते हैं औऱ इनके पास धन संपत्ति की कमी नहीं रहती। ऐसे लोगों को कर्म क्षेत्र में महिला पक्ष का विशेष सहयोग मिलता है जिससे आय के क्षेत्र में विशेष उन्नति होती है
 
शुक्र कुंडली के 12वें भाव में हो तो
 
ऐसे लोग  अत्यंत विलासी पर भाग्यशाली होते हैं। ये मनोरंजन पर जमकर खर्च करते हैं। ये नए और एडवेंचरस काम करना पसंद करते हैं। ये आय से व्यय अधिक करते हैं। अतः वह जमीन में कई प्रकार के कष्ट उठाते हैं।   जातक  क्षणिक आवेश में बिना सोचे समझे कार्य करता है अतः मानसिक तनाव होते है। 
 
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

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