
Aviation Sector
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर जिस सेक्टर पर देखने को मिल रहा है वो है एविएशन सेक्टर। लगभग सभी देशों के द्वारा अपनी सीमाओं पर कड़े प्रतिबंध लगाने की वजह से विमान कंपनियों को अपनी उड़ाने रद्द करनी पड़ रही हैं। वहीं जिन रूट्स पर विमान उड़ भी रहे हैं वहां कोरोना के डर से यात्रियों की संख्या काफी कम हैं। खुद को बनाए रखने के लिए एविएशन सेक्टर अब सैलरी से लेकर जॉब में कटौती का सहारा ले रहा है। इंडिगो ने आज ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों और चालक दल की सैलरी में 15 से 20 फीसदी की कटौती का फैसला लिया है। कंपनी के मुताबिक महामारी से आय में काफी गिरावट देखने को मिली है और सेक्टर को अपने अस्तित्व बचाने के लिए लड़ना पड़ रहा है।
विदेशी एयरलाइंस पहले से ही कटौती का सहारा ले रही हैं। लुफ्थांसा के मुताबिक उसके 763 विमानों में से 700 जमीन पर खड़े हैं। मुश्किल को देखते हुए एग्जिक्यूटिव बोर्ड की सैलरी में 20 फीसदी की कटौती की जा रही है। वहीं डेल्टा एयरलाइंस ने भी अपने अधिकारियों को मिलने वाली सैलरी में भी बड़ी कटौती का ऐलान किया है।
ऑस्ट्रेलिया की क्वांटस ने कहा है कि उसने अपनी सभी इंटरनेशनल फ्लाइंटस को कैंसिल कर दिया है। वहीं उसके दो तिहाई कर्मचारियों को वैतनिक या अवैतनिक अवकाश पर भेजा जा सकता है। एविएशन सेक्टर की इन सभी कंपनियों ने एक सुर में कहा है कि अगर सरकारों से उन्हें राहत पैकेज नही मिलता तो सेक्टर इस संकट का सामना नहीं कर पाएगा।