नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों द्वारा अपनी रुचि दिखाने के बीच वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने गुरुवार को कहा है कि बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसियां निवेश उपकरण के रूप में सोने का विकल्प नहीं हैं। डब्ल्यूजीसी ने अपने इनवेस्टमेंट अपडेट में कहा है कि क्रिप्टोकरेंसीज वित्तीय सिस्टम का एक स्थापित हिस्सा बन सकती हैं लेकिन हमारे विचार से सोना क्रिप्टोकरेंसीज से बहुत भिन्न है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सोना कम उथलपुथल वाला है, इसके पास अधिक तरल बाजार है, इसका कारोबार स्थापित नियामकीय ढांचे के तहत होता है, इसका इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में एक बेहतर स्थान है, क्रिप्टोकरेंसी के विपरीत डिमांड और सप्लाई को लेकर इसके पास कई स्रोत हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि यह विशेषताएं मुख्य धारा की वित्तीय सपंत्ति के रूप में सोने की भूमिका को प्रमाणित करती हैं और आज की डिजिटल दुनिया में इसकी उपस्थिति को बनाए रखेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारे विचार से, बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसीज सामान्य तौर पर सोने का विकल्प नहीं हैं। सोना एक आजमाया और परखा गया प्रभावी इनवेस्टमेंट टूल है। यह रिटर्न देने का एक अच्छा जरिया है। इसने मुद्रास्फीति के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया है। यह बहुत ही तरल है, इसका बाजार स्थापित है और यह एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो डाइवर्सीफायर के रूप में काम करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिप्टोकरेंसी का प्रदर्शन, हाल के दिनों में, बेहतरीन रहा है लेकिन निवेश के रूप में इसका लक्ष्य सोने से बिल्कुल अलग है। क्रिप्टोकरेंसियों को अभी कई बाजारों में परखा जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसी का बाजार अभी नया है और यहां तरलता का संकट है। बिटकॉइन सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है और पिछले कुछ वर्षों में इसके मूल्य में तेजी से वृद्धि हुई है। अकेले 2017 में यह 13 गुना बढ़ा है। इसका मूल्य बहुत अधिक उथलपुथल वाला है। मध्य दिसंबर में इसके मूल्य में 40 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। क्रिप्टोकरेंसी के बाजार का वर्तमान आकार 800 अरब डॉलर है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा है कि सोने का 7000 साल पुराना इतिहास है और संपत्ति और धन के रूप में इसका बहुत बड़ी भूमिका है। केंद्रीय बैंकों के साथ-साथ संस्थाओं और रिटेल निवेशकों के पास सोने के भंडार हैं। आभूषण के रूप में इसका अभी भी आकर्षण बना हुआ है, जो मांग का सबसे बड़ा स्रोत है। पिछले 20 सालों से सोने की वार्षिक मांग का 50 से 60 प्रतिशत हिस्सा आभूषण के रूप में बनी हुई है। इसके विपरीत बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज को केवल इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम में उपयोग के लिए तैयार किया गया है, इसके अलावा इसका कोई और दूसरा उपयोग नहीं है।