नई दिल्ली। भारत सरकार चीन से आयातित रसायन पर पांच साल के लिए 620 डॉलर प्रति टन तक डंपिंगरोधी शुल्क लगा सकती है। इस रसायन का इस्तेमाल फार्मा और उर्वरक उद्योग में होता है। अल्कली एमाइंस केमिकल्स ने चीन से मोनोइसोप्रॉपीलेमाइन के आयात को हतोत्साहित करने के लिए इस पर डंपिंगरोधी शुल्क लगाने की मांग की थी। वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई डंपिंग रोधी एवं संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (DGAD) ने अपनी जांच के बाद निष्कर्ष दिया है कि इस रसायन का चीन से आयात सामान्य मूल्य से कम कीमत पर हो रहा है।
DGAD ने इस पर 497.68 डॉलर प्रति टन से 620 डॉलर प्रति टन तक का डंपिंगरोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की है। डंपिंग रोधी शुल्क लगाने का अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय लेता है।
बताते चलें कि इस रसायन का आयात चांज की अवधि के दौरान (जुलाई 2017-सितंबर 2016 के बीच) 4,373 टन रहा जो साल 2013-14 में 4,011 टन था।