Thursday, April 25, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. रेलवे के प्राइवेटाइजेशन पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया जवाब, कहा ऐसा भारत में कभी नहीं हो सकता

रेलवे के प्राइवेटाइजेशन पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया जवाब, कहा ऐसा भारत में कभी नहीं हो सकता

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के प्राइवेटाइजेशन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि आम लोगों के हित को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।

Manish Mishra Manish Mishra
Updated on: April 27, 2017 14:34 IST
रेलवे के प्राइवेटाइजेशन पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया जवाब, कहा ऐसा भारत में कभी नहीं हो सकता- India TV Paisa
रेलवे के प्राइवेटाइजेशन पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने दिया जवाब, कहा ऐसा भारत में कभी नहीं हो सकता

नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के प्राइवेटाइजेशन की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि आम लोगों के हित को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। प्रभु ने इसे जनसेवा के दायित्वों के निर्वहन से भी जोड़ा।

यह भी पढ़ें : SBI ने 40 लाख क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को दिया तोहफा, फ्यूल सरचार्ज 2.5 फीसदी से घटाकर 1 फीसदी किया

प्रभु से पूछा गया था कि लंबी अवधि के नजरिए से देखने पर ऐसा लगता है कि रेलवे आम जनता के परिवहन का किफायती माध्यम नहीं रहकर प्राइवेटाइजेशन की राह पर चला जाएगा। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि भारत में ऐसा नहीं हो सकता। प्रभु ने कहा कि रेलवे आम लोगों के लिए परिवहन का प्रमुख विकल्प है और हमें इस जिम्मेदारी का निर्वहन करना है।

यह भी पढ़ें : एक और कार कंपनी Kia Motors की भारत में एंट्री, नए प्लांट पर करेगी 7 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश

प्राइवेटाइजेशन के विचारों को खारिज करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि आप यह नहीं कह सकते हैं कि प्राइवेटाइजेशन के जरिए रेलवे की समस्याओं का समाधान संभव है। समाधान नतीजा आधारित कदमों पर निर्भर होना चाहिए। दुनिया में बहुत कम जगहों पर रेलवे का निजीकरण हुआ है। ब्रिटेन की रेलवे के एक हिस्से का निजीकरण हुआ। उसे किसने खरीदा? इटली के रेलवे ने, जिसका नियंत्रण इटली की सरकार करती है। मतलब सरकारी संस्थाएं ही इसे खरीद रही हैं।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement