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पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने मुद्रा चलन पर कसा शिकंजा, अब करना होगा ये काम

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा पाकिस्तान को ग्रे-सूची में डालने के बाद राष्ट्रीय मुद्रा के मूल्य में गिरावट के बीच देश के भीतर मुद्रा संचरण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: July 08, 2018 15:59 IST
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Photo:PAKISTAN

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इस्लामाबाद। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा पाकिस्तान को ग्रे-सूची में डालने के बाद राष्ट्रीय मुद्रा के मूल्य में गिरावट के बीच देश के भीतर मुद्रा संचरण को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, केंद्रीय बैंक ने शनिवार को सभी मुद्रा विनिमय कंपनियों को दिशानिर्देशों का एक विस्तृत सेट जारी किया, जिसमें उन्हें मुद्रा चलन पर सख्त निगरानी रखने में बैंक की मदद करने का निर्देश दिया गया है।

निर्देशों के मुताबिक, मुद्रा विनिमय कंपनियों को अपने मुख्यालय द्वारा वास्तविक समय के आधार पर अपनी प्रणाली में आवश्यक अनुमति के बाद मुद्रा चलन के उद्देश्य को सही ढंग से दर्ज करना होगा।

केंद्रीय बैंक ने संबंधित विनिमय कंपनियों के प्रधान कार्यालय की व्यावसायिक जरूरतों के मद्देनजर लेनदेन के लिए एक्सचेंज कंपनियों के प्रत्येक आउटलेट में कार्यशील पूंजी आवंटित करने का भी निर्णय लिया है। इससे स्टेट बैंक को कंपनियों के अधिकृत नेटवर्क के भीतर विदेशी मुद्राओं और पाकिस्तानी रुपए के संचरण पर निगरानी रखने में मदद मिलेगी।

एफएटीएफ ने पाकिस्‍तान को 28 जून को ग्रे-लिस्‍ट में शामिल करने की घोषणा की थी। एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संस्‍था है जो मनी लॉन्ड्रिंग और आंतकी वित्‍त पोषण सहित अन्‍य मुद्दों के खिलाफ अभियान चलाती है। पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट में इसलिए रखा गया है क्‍योंकि वह अपने यहां आतंकी वित्‍त पोषण को रोकने में नाकामयाब रहा है। इससे पहले भी 2012 से 2015 तक पाकिस्‍तान को ग्रे लिस्‍ट में रखा गया था।

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