नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी राष्ट्रीय इस्पात निगम लि.(आरआईएनएल) दिसंबर के अंत तक उत्तर प्रदेश की रायबरेली इकाई में फोर्जिंग किए रेल चक्कों का वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करेगी। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पी के रथ ने यह जानकारी दी। विशाखापत्तनम की कंपनी ने रायबरेली में 1,680 करोड़ रुपये की लागत से संयंत्र लगाया है जिसकी उत्पादन क्षमता एक लाख फोर्ज किए चक्के सालाना की है।
रथ ने कहा, ‘‘हम अगले माह के अंत तक वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। यह और जल्दी शुरू हो सकता है। हम विदेशी विशेषज्ञों का इंतजार कर रह हैं, जो इस महीने आएंगे और संयंत्र को शुरू करने से पहले जरूरी परीक्षण करेंगे।’’ रथ ने बताया कि फोर्ज किए हुए पहियों के परीक्षण के बाद पहले उत्पादन मार्च-अप्रैल, 2020 में शुरू होना था, लेकिन कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते इसे टाल दिया गया।
रथ ने कहा कि इस संयंत्र में उत्पादित पहियों की आपूर्ति भारतीय रेल को की जाएगी। अभी पहियों की 100 प्रतिशत मांग स्थानीय स्तर पर विनिर्माण से पूरी नहीं हो पा रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस इकाई के चालू होने के बाद रेलवे की पहियों की पूरी मांग घरेलू स्तर पर पूरी हो सकेगी।