इस बार कानपुर का मुसलमान क्या सोच रहा है.... वो मोदी का साथ देगा.. या फिर राहुल की जीत के लिए दम लगाएगा... ये जानने के लिए हम सबसे पहले पहुंचे.... कानपुर के चमनगंज इलाके में
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद भाजपा रायबरेली सीट पर जीत को आसान मान रही है। यहां पर भाजपा सपा के बागी विधायक मनोज पांडेय के माध्यम से सेंधमारी करने की फिराक में है।
राहुल गांधी इस समय केरल के वायनाड से सांसद हैं और प्रियंका ने अभी तक चुनावी मैदान में कदम नहीं रखा है। सोनिया गांधी ने राज्यसभा जाने के बाद संभावना है कि प्रियंका अब चुनावी राजनीति में आएंगी।
Lok Sabha Election 2024: रायबरेली कांग्रेस का कई वर्षों से गढ़ रहा है। इस सीट से गांधी परिवार लंबे समय से चुनाव लड़ता रहा है। सोनिया गांधी इस सीट से लंबे समय से सांसद हैं।
वर्ष 2004 से रायबरेली सीट से सांसद, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को सूचित किया कि वह स्वास्थ्य कारणों से आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने रायबरेली के लोगों को संबोधित करते हुए भावुक पत्र लिखा है।
यूपी के रायबरेली में एक सरकारी डॉक्टर के आवास पर पांच लोगों का शव बरामद किया गया है। मृतकों में डॉक्टर, उनकी पत्नी और दो बच्चे शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक शख्स ने टीवी सीरियल सीआईडी से अपनी ही किडनैपिंग की साजिश रची थी। आरोपी शख्स ने अपने अपहरण के बाद घरवालों से फिरौती की रकम भी मांगी। पुलिस को भी शख्स ने कई दिनों तक गुमराह किया।
AIIMS Raebareli Recruitment: ऑल इडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, रायबरेली की तरफ से जूनियर रेजिडेंट्स के कई पदों पर भर्ती निकाली गई है।
आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के आगमन की सूचना पर सभी कर्मचारी कुंवर मऊ गांव पहुंच गए। वहां कार्यक्रम स्थल से कुछ दूर पहले अचानक धीरेंद्र कुमार मंत्री की कार के आगे कूद पड़ा।
मुख्य आरोपी अनु ब्यूटी पार्लर चलाकर बच्चों का पालन पोषण करती थी। 15 दिसंबर को जब अतुल देर रात नशे की हालत में घर आया तो उसका अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ और फिर उसने उसे पीटना शुरू कर दिया।
OMG: क्या आपने किसी बंदर को शराब पीते हुए देखा है? यूपी के रायबरेली से एक बंदर का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह शराब पीते हुए दिख रहा है। इस बंदर की खासियत ये है कि ये शराब पीने का शौकीन है और जब इसे शराब नहीं मिलती तो ठेके पर जाकर हंगामा करता है और ग्राहकों से उनकी बोतल छीन लेता है।
रोजाना की तरह आज सुबह भी जब पुजारी का पोता उन्हें चाय के लिए बुलाने गया तो उसने देखा की पुजारी खून में लथपथ चारपाई पर पड़े हुए थे। पुजारी को इस अवस्था में देखकर उनका पोता दौड़कर घर पर गया और इसकी सूचना घरवालों को दी।
रायबरेली विधानसभा सीट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। यह परिवार है पांच बार के विधायक, दिवंगत अखिलेश सिंह और उनकी बेटी अदिति सिंह। इन दोनों का कांग्रेस और गांधी परिवार से बेहतर रिश्ता रहा है।
Uttar Pradesh का Raebareli वैसे को गांधी परिवार की वजह से सियासी गलियारों में मशहूर रहा है. लेकिन यहां गांधी परिवार के अलावा बीते तीन दशकों से Akhilesh Singh की सियासी बादशाहत किसी से छिपी हुई नहीं है. 2017 में उन्होंने अपनी बेटी Aditi Singh को RaeBareli Assembly Seat से विधायक बनाकर अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना दिया था. इससे पहले अखिलेश सिंह रायबरेली सदर सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन उनके निधन के बाद उनकी बेटी अदिति सिंह ने Congress छोड़ दी. पिछले साल नवंबर में अदिति सिंह BJP में शामिल हो गई. भाजपा ने भी इस बार अदिति सिंह को रायबरेली से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है. रायबरेली में पिता की विरासत को अदिति कितना आगे ले जाने में कामयाब होती ये समय ही बताएगा. अदिति सिंह ने इस सीट जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. रायबरेली में अदिति सिंह के काम से कितनी संतुष्ट है क्षेत्र की जनता. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने रायबरेली विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
रायबरेली में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर भगवा झंडा उठाने वाली विधायक अदिति सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
Unchahar का इलाका पहले डलमऊ विधानसभा सीट (Dalmau Assembly seat, Raebareli District) के अंतर्गत आता था. 2008 में परिसीमन के बाद डलमऊ का नाम खत्म हो गया. Dalmau का कुछ हिस्सा सरेनी विधानसभा सीट में चला गया और बाकी हिस्से को मिलाकार इस सीट को ऊंचाहार विधानसभा (Unchahar Assembly Seat) का नाम दिया गया. रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा सीट (Unchahar Assembly Seat , Raebareli District) गांधी परिवार (Gandhi Family) का गढ़ मानी जाती है. जिस समय यह डलमऊ विधानसभा सीट के नाम से वजूद में थी. उस समय साल 1991 तक इस पर कांग्रेस का कब्जा रहा. इस सीट पर मोदी लहर से लेकर Ram Mandir किसी का सियासी असर देखने को नहीं मिला. ऊंचाहार उत्तर प्रदेश की उन सीटों में से एक जहां भाजपा (BJP) आजतक जीत नहीं पाई. ऊंचाहार सीट पर अभी तक दो बार 2012 और 2017 में विधानसभा चुनाव हुए. दोनों ही बार इस सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी मनोज पांडेय (Manoj Pandey) ने जीत दर्ज की. उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) की तारीखों (Poll Dates) की घोषणा हो चुकी है. सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सियासी दांव-पेच चलना शुरू कर दिया है. चुनाव में ऊंचाहार की जनता किसे विजयी बनाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. इसी सियासी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास शो 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ऊंचाहार की जनता के बीच पहुंची. जहां उनसे यहां के प्रमुख मुद्दों को लेकर बातचीत की. स्थानीय लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर बताया कि इस बार के चुनाव में उनके लिए क्या अहम मुद्दे होने वाले हैं.
वर्तमान में रायबरेली सीट से कांग्रेस पार्टी से अदिति सिंह विधायक हैं। हालांकि कुछ दिन पहले अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। अदिति सिंह 2017 में यहां से विजयी हुई हैं।
वर्तमान में रायबरेली सीट (Raebareli) से कांग्रेस पार्टी (Indian National Congress) से अदिति सिंह (Aditi Singh) विधायक हैं. हालांकि कुछ दिन पहले अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता ग्रहण कर ली है. अदिति सिंह 2017 में यहां से विजयी हुई हैं। इस चुनाव में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (BSP) के मोहम्मद शाहबाज खान को 89163 वोटों के मार्जिन (Vote Margins) से हराया था। वहीं चुनाव में बीजेपी तीसरे पर थी। इसी चुनावी माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास शो 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रायबरेली विधानसभा क्षेत्र में (Raebareli Assembly Seat) जनता के बीच पहुंची. जहां उनसे यहां के प्रमुख मुद्दों को लेकर बातचीत की.-
ये कार्यक्रम रायबरेली के रिफॉर्म क्लब में आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा महिला शक्ति संवाद रैली में शामिल होंगी। प्रियंका गांधी के सामने 2022 यूपी विधानसभा में पार्टी को जीत दिलाना सबसे बड़ी चुनौती है।
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