Thursday, October 10, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. भारत के डायमंड सेक्टर को लेकर इस थिंक टैंक ने बताई चौंकाने वाली बातें, गौर करना है जरूरी

भारत के डायमंड सेक्टर को लेकर इस थिंक टैंक ने बताई चौंकाने वाली बातें, गौर करना है जरूरी

शुद्ध कच्चे हीरे के आयात और शुद्ध कटे और पॉलिश किए गए हीरे के निर्यात के बीच का अंतर काफी बढ़ गया है। अनप्रोसेस्ड कच्चे हीरों का एक बड़ा भंडार जमा हो रहा है।

Edited By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Updated on: September 18, 2024 13:57 IST
कटे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात कभी 34. 6 प्रतिशत की उच्च सीमा पर थी।- India TV Paisa
Photo:FILE कटे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात कभी 34. 6 प्रतिशत की उच्च सीमा पर थी।

भारत का डायमंड सेक्टर (हीरा क्षेत्र) गंभीर संकट का सामना कर रहा है। पिछले तीन सालों में आयात और निर्यात दोनों में भारी गिरावट आई है, जिसके कारण डिफॉल्ट, कारखाने बंद हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर नौकरियां जा रही हैं, यह बात बुधवार को थिंक टैंक जीटीआरआई ने कही। इसने कहा कि निर्यात रिटर्न में वृद्धि हुई है, लेकिन कम ऑर्डर और प्रयोगशाला में उगाए गए हीरों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण अनप्रोसेस्ड कच्चे हीरों का एक बड़ा भंडार जमा हो रहा है। इससे डिफॉल्ट, कारखाने बंद हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर नौकरियां जा रही हैं।

तत्काल एक्शन है जरूरी

खबर के मुताबिक, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि दुखद बात यह है कि गुजरात के हीरा क्षेत्र में 60 से अधिक लोगों ने आत्महत्या कर ली है, जो भारत के हीरा क्षेत्र के गंभीर वित्तीय और भावनात्मक तनाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को दूर करने और क्षेत्र के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कार्रवाई आवश्यक है।

कच्चे हीरे के आयात में गिरावट

थिंक टैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 2021-22 में 18. 5 बिलियन अमरीकी डॉलर से 2023-24 में 14 बिलियन अमरीकी डॉलर तक कच्चे हीरे के आयात में 24. 5 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो कमजोर वैश्विक बाजारों और कम प्रसंस्करण आदेशों को दर्शाता है। पुनः निर्यात किए गए कच्चे हीरों के समायोजन के बाद, शुद्ध आयात 25. 3 प्रतिशत घटकर 17. 5 बिलियन अमरीकी डॉलर से 13. 1 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया, जो भारत में प्रसंस्करण की कम मांग को दर्शाता है।

हीरों का निर्यात

कटे और पॉलिश किए गए हीरों का निर्यात 34. 6 प्रतिशत की उच्च सीमा से गिरकर वित्त वर्ष 2022 में 24. 4 बिलियन अमरीकी डॉलर से वित्त वर्ष 2024 में 13. 1 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, इस अवधि के दौरान भारत में वापस आए बिना बिके हीरों की हिस्सेदारी 35 प्रतिशत से बढ़कर 45. 6 प्रतिशत हो गई। कटे और पॉलिश किए गए हीरों का शुद्ध निर्यात 45. 3 प्रतिशत घटकर 15. 9 बिलियन अमरीकी डॉलर से 8. 7 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गया, जो कमजोर बाजार और बढ़ते बिना बिके स्टॉक को दर्शाता है।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement