मुंबई और नवी मुंबई के लाखों नागरिकों के लिए बुधवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) का उद्घाटन किया और इसे विकसित भारत की झलक करार दिया। उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट मुंबई क्षेत्र को एशिया का सबसे बड़ा कनेक्टिविटी हब बनाने में मदद करेगा। कमल के आकार से प्रेरित इस शानदार सुविधा के साथ नवी मुंबई अब सिर्फ स्थानीय यात्रियों का नहीं, बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी अट्रैक्शन का केंद्र बनेगा।
पहले चरण में तैयार यह एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसकी लागत 19,650 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह दिसंबर 2025 से परिचालन के लिए तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी का विमान एयरपोर्ट पर दोपहर 2:40 बजे लैंड हुआ। 1160 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले इस एयरपोर्ट का पहला चरण एक टर्मिनल और एक रनवे के साथ सालाना 20 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है।

नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की हिस्सेदारी
NMIA को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NMIAL) द्वारा विकसित किया जा रहा है, जिसमें अडानी ग्रुप की 74% हिस्सेदारी और महाराष्ट्र सरकार की टाउन प्लानिंग एजेंसी CIDCO की 26% हिस्सेदारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन के बाद कहा कि मुंबई का लंबा इंतजार अब खत्म हुआ। अब शहर को दूसरा एयरपोर्ट मिल गया है, जो महाराष्ट्र के किसानों को यूरोप और मिडिल ईस्ट के सुपरमार्केट से जोड़ने में भी मदद करेगा।
74 से 160 एयरपोर्ट का सफर
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारत के एविएशन सेक्टर ने उनके नेतृत्व में 2014 से अब तक तेजी से विकास किया है। 2014 में देश में केवल 74 एयरपोर्ट थे, लेकिन अब यह संख्या 160 से ज्यादा हो चुकी है। उन्होंने UDAN योजना का जिक्र करते हुए कहा कि लाखों लोग इसके तहत हवाई यात्रा कर रहे हैं। भारतीय एयरलाइंस ने 1000 से ज्यादा नए एयरक्राफ्ट के ऑर्डर दिए हैं और देश को एक ग्लोबल MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहाल) हब बनाने का टारगेट है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि यह सिर्फ एयरपोर्ट नहीं, बल्कि भारत को एक ग्लोबल क्रॉसरोड के रूप में तैयार किया गया है। यहां हर उड़ान देश की महत्वाकांक्षाओं और सपनों को लेकर जाएगी।

2 लाख नई नौकरियां
सिविल एविएशन मंत्री के रममोहन नायडू ने बताया कि NMIA से लगभग 2 लाख नई नौकरियां पैदा होंगी और मुंबई को देश की एविएशन राजधानी बनाने में मदद मिलेगी। पूरे प्रोजेक्ट की लागत 1 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है और यह पांच चरणों में विकसित होगा। NMIA का डिजाइन कमल से प्रेरित है और यह मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक, मेट्रो, सबअर्बन रेल नेटवर्क और प्लांड वाटरवे से जुड़ेगा। भविष्य में चार रनवे और कई टर्मिनल के साथ यह सालाना 90 मिलियन यात्रियों और 3.25 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो को संभाल सकेगा, जिससे भारत का व्यापार और लॉजिस्टिक्स मजबूत होगा।
एयरपोर्ट का नाम
इस एयरपोर्ट का नाम लोकनेते डीबी पाटिल नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट रखा गया है। आधुनिक तकनीक, पर्यावरणीय स्थिरता और विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ, NMIA न सिर्फ मुंबई, बल्कि पूरे देश के विकास और इंटरनेशनल कनेक्टिविटी में मील का पत्थर साबित होगा।



































