1. You Are At:
  2. Hindi News
  3. पैसा
  4. बिज़नेस
  5. रिजर्व बैंक गुरुवार को करेगा मौद्रिक नीति की घोषणा, जानिए ब्याज दरों में बदलाव पर क्या है विशेषज्ञों की राय

RBI Policy: रिजर्व बैंक गुरुवार को करेगा मौद्रिक नीति की घोषणा, जानिए ब्याज दरों में बदलाव पर क्या है विशेषज्ञों की राय

अमेरिका में फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा के ​बाद आरबीआई पर भी ब्याज दरों में बदलाव का दबाव है।

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: February 09, 2022 19:52 IST
RBI- India TV Paisa
Photo:PTI

RBI

Highlights

  • भारतीय रिजर्व बैंक गुरुवार सुबह मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा
  • आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करेंगे
  • अमेरिका में फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा के ​बाद आरबीआई पर भी दबाव

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक गुरुवार सुबह मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर दो महीने में होने वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजों की घोषणा करेंगे। अमेरिका में फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा के ​बाद आरबीआई पर भी ब्याज दरों में बदलाव का दबाव है। 

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) 2022-23 के आम बजट, मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं और तनावपूर्ण भू-राजनीतिक हालात के बीच अगली मौद्रिक नीति तय करने के लिए विचार-विमर्श कर रही है। 

बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय एमपीसी की बैठक पहले बैठक सोमवार को शुरू होनी थी, लेकिन स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र द्वारा सात फरवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर इसे एक दिन आगे बढ़ा दिया गया। 

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

आमतौर पर यह माना जा रहा है कि एमपीसी प्रमुख नीतिगत या रेपो दर में कोई बदलाव नहीं करेगी। हालांकि, विशेषज्ञों की राय है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत रुख को ‘उदार’ से ‘तटस्थ’ में बदल सकता है और नकदी की स्थिति को सामान्य बनाने के लिए रिवर्स रेपो दर में कुछ बदलाव किया जा सकता है। 

9 बार से स्थिर हैं दरें 

यदि रिजर्व बैंक बृहस्पतिवार को नीतिगत दर में यथास्थिति बनाए रखता है, तो यह लगातार दसवीं बार होगा, जब दर अपरिवर्तित रहेगी। केंद्रीय बैंक ने पिछली बार 22 मई, 2020 को ब्याज दरों में कटौती कर नीतिगत दर को संशोधित किया था। ब्रिकवर्क रेटिंग्स के अनुसार, एमपीसी नीतिगत दरों को मौजूदा स्तर पर कायम रख सकती है।

Latest Business News