
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को सोने की कीमत 160 रुपये घटकर 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। 99. 5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 150 रुपये घटकर 99,100 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रह गया। बता दें, 99. 9 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु शुक्रवार को 99,960 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, अखिल भारतीय सर्राफा संघ का कहना है कि आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली के चलते कीमतों में यह नरमी आई है। हालांकि, सोमवार को चांदी 1,05,200 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) पर स्थिर रही।
ग्लोबल मार्केट में क्या रहा रेट
खबर के मुताबिक, वैश्विक मोर्चे पर, हाजिर सोना मामूली रूप से घटकर 3,365. 40 डॉलर प्रति औंस रह गया। कोटक सिक्योरिटीज की कमोडिटी रिसर्च की एवीपी कायनात चैनवाला ने कहा कि सोने की कीमत सोमवार को कुछ समय के लिए बढ़कर 3,413.80 डॉलर प्रति औंस हो गई, लेकिन उसके बाद इसमें गिरावट आई है, क्योंकि निवेशक तेहरान पर हवाई हमलों में अमेरिकी भागीदारी के बाद ईरान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।
एक्सपर्ट का अनुमान
चैनवाला ने कहा कि निवेशक फेड चेयर जेरोम पॉवेल की कांग्रेस की गवाही, अमेरिकी जीडीपी डेटा और कोर पीसीई मुद्रास्फीति के आंकड़ों सहित प्रमुख आर्थिक घटनाओं का इंतजार करेंगे, जो फेडरल रिजर्व के मिश्रित संदेश के बीच मौद्रिक नीति की दिशा पर नए संकेत दे सकते हैं। कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन सहित प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से फ्लैश पीएमआई डेटा के दिन के अंत में जारी होने से वैश्विक आर्थिक स्वास्थ्य की स्थिति पर नए संकेत मिलने की उम्मीद है।
जून में अब तक 4 प्रतिशत चढ़ा सोना
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिसर्च एनालिस्ट - कमोडिटीज एंड करेंसी रिया सिंह का कहना है कि जून में अब तक सोने की घरेलू कीमतों में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, हालांकि कमजोर आभूषण मांग के चलते वैश्विक दरों की तुलना में बढ़ती छूट पर कारोबार हो रहा है। त्योहारी खरीदारी में सुस्ती के बावजूद, बार और सिक्कों, खास तौर पर 10 ग्राम के सिक्कों की निवेश मांग मजबूत बनी हुई है। यह मुद्रास्फीति की आशंकाओं, लोन-संबंधी मुद्रीकरण और कम निर्माण लागत के कारण है। आरबीआई द्वारा सोने के बदले ऋण के मानदंडों में ढील दिए जाने से घरेलू स्वर्ण मुद्रीकरण को और बढ़ावा मिला है।