ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म ओयो ने अपने गैर-सूचीबद्ध इक्विटी शेयरधारकों के लिए संभावित आईपीओ से संबंधित बोनस शेयर जारी करने के आवेदन की आखिरी तारीख 1 नवंबर से बढ़ाकर 7 नवंबर कर दी है। कंपनी ने शेयरधारकों को भेजे गए एक संदेश में कहा कि डाक मतपत्र प्रक्रिया के दौरान उसे प्रतिक्रियाएं मिली हैं और उसने निवेशकों को उनके लिए उपयुक्त बोनस विकल्प चुनने के लिए पर्याप्त समय देने का फैसला लिया है। ओयो ने अपने संदेश में कहा, ‘‘चयन की अवधि, जो मूल रूप से 1 नवंबर को समाप्त होने वाली थी, वह अब 9 दिन बढ़ाकर 7 नवंबर, 2025 कर दी गई है। आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, अब शेयरधारकों को अपने चुनाव पत्र के साथ क्लाइंट मास्टर लिस्ट (सीएमएल) जमा करने की आवश्यकता नहीं है।’’
6,000 इक्विटी शेयर रखने वाले शेयरधारक को मिलेगा एक प्रेफरेंस शेयर
बोनस के तहत, प्रत्येक 6,000 इक्विटी शेयर रखने वाले शेयरधारक को एक प्रेफरेंस शेयर मिलेगा। शेयरधारक दो विकल्प चुन सकते हैं। पहला फिक्स्ड विकल्प, जिसमें हर प्रेफरेंस शेयर एक इक्विटी शेयर में बदल जाएगा। दूसरा माइलस्टोन-लिंक्ड विकल्प, जिसमें बोनस तभी मिलेगा जब कंपनी इस वित्त वर्ष के दौरान अपने संभावित आईपीओ के लिए बैंकरों की नियुक्ति कर दे। ओयो ने ये भी स्पष्ट किया कि सॉफ्टबैंक विजन फंड और रितेश अग्रवाल की संस्थाएं, जिनके पास प्रेफरेंस शेयरों के रूप में बहुलांश हिस्सेदारी है, इस बोनस इश्यू के लिए पात्र नहीं हैं। कंपनी ने कहा, "इस बोनस इश्यू से कुल निर्वातन पूरी तरह से निर्वातित आधार पर कुल शेयर पूंजी के अधिकतम 5 प्रतिशत तक सीमित रहेगा।"
आईपीओ के लिए इसी महीने डीआरएचपी दाखिल कर सकती है कंपनी
ओयो ने कहा कि बोनस सीसीपीएस पहले के 1:1 इक्विटी बोनस से अलग है और इसका उद्देश्य उन इक्विटी धारकों को मान्यता देना है जिन्होंने कंपनी के आईपीओ में विश्वास दिखाया है, साथ ही उन लोगों को भी कुछ लाभ प्रदान करना है जो माइलस्टोन-आधारित पुरस्कार का विकल्प नहीं चुनते हैं। अगस्त में, पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि ओयो नवंबर में अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल करने की योजना बना रहा है, जिसमें उसके आईपीओ के लिए 7-8 बिलियन डॉलर का मूल्यांकन शामिल है।



































