
सरकारी क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने परंपरागत टर्म इंश्योरेंस स्कीम से अलग हटकर एक स्पेशल टर्म डिपोजिट स्कीम 'यूनियन वेलनेस डिपॉजिट' पेश किया है। एक तरह से इस एफडी स्कीम में सबसे खास बात यह है कि इसमें हेल्थ इंश्योरेंस कवर भी शामिल है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, यह 375 दिन की खुदरा सावधि जमा योजना है, जो 75 वर्ष तक की आयु के वयस्कों के लिए लागू है और न्यूनतम जमा राशि 10 लाख रुपये है। जमाकर्ता को इस पर 6.75 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इस स्कीम में निवेश करने वाले सीनियर सिटीजन को 0.50 प्रतिशत ब्याज ज्यादा मिलेगा।
5 लाख रुपये तक का हेल्थ कवर
जमा राशि जुटाने में आ रही दिक्कतों के बीच, सरकारी क्षेत्र के बैंक की इस स्कीम में अधिकतम ₹3 करोड़ तक निवेश कर सकते हैं। समय से पहले बंद करने और जमाराशि के बदले लोन की अनुमति है। इस स्कीम में 375 दिन का सुपर टॉप-अप स्वास्थ्य बीमा कवर है, जिसकी कीमत 5 लाख रुपये है। इसमें कैशलेस अस्पताल में भर्ती भी शामिल है। एक बात समझ लें कि इस स्कीम में अगर आप ज्वाइंट अकाउंट ओपन कराते हैं तो केवल प्राइमरी अकाउंटहोल्डर को ही बीमा कवर मिलता है।
खाते में नामांकन अनिवार्य
एनआरआई ग्राहक यूनियन वेलनेस डिपॉजिट स्कीम के तहत जमा खाता नहीं खोल सकते। यह भी ध्यान रहे कि इस योजना के तहत संचयी/एकाधिक जमा को कवर नहीं किया जाएगा। इस टर्म डिपोजिट स्कीम में घरेलू सावधि जमा के गाइडलाइंस के मुताबिक टीडीएस काटा जाएगा। यूनियन वेलनेस डिपॉज़िट खाते में नामांकन अनिवार्य है क्योंकि स्वास्थ्य बीमा जमा राशि से जुड़ा हुआ है। उपलब्ध जमा को आप एक्सटेंड तो कर सकते हैं हालांकि, रिन्युअल पर बीमा कवरेज उपलब्ध नहीं होगा। इस योजना के तहत खोले गए जमा के विस्तार के मामले में, बीमा कवरेज मूल परिपक्वता तारीख तक उपलब्ध रहेगा।
कर्ज कारोबार 8.6 प्रतिशत बढ़कर ₹9.82 लाख करोड़
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को मार्च 2025 तिमाही के दौरान उसका कर्ज कारोबार 8.6 प्रतिशत बढ़कर 9.82 लाख करोड़ रुपये हो गया। मार्च 2024 के अंत में उसका कुल कर्ज कारोबार 9.04 लाख करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के आखिर में बैंक का कुल जमा 7.22 प्रतिशत वृद्धि के साथ 13.09 लाख करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की समान अवधि में 12.21 लाख करोड़ रुपये था। बैंक का कुल कारोबार मार्च 2025 के अंत में 7.8 प्रतिशत बढ़कर 22.92 लाख करोड़ रुपये हो गया जो मार्च 2024 के अंत में 21.26 लाख करोड़ रुपये था।