गौतम अडानी ने इस मौके पर कहा कि प्रग्गनानंद की प्रतिभा का समर्थन करके हमें काफी खुशी हो रही है। जिस गति और दक्षता के साथ उन्होंने खेल में प्रगति की है वह उल्लेखनीय है और वास्तव में सभी भारतीयों के लिए एक उदाहरण है। देश का उच्चतम स्तर पर प्रतिनिधित्व करने से अधिक कुछ भी नहीं है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स 2024 में गौतम अदानी को जहां 12वां स्थान मिला है, वहीं मुकेश अंबानी 13वें नंबर पर हैं। टॉप-50 में सिर्फ चार भारतीय ही जगह बना पाने में सफल हो सके।
Adani Hindenburg Case Verdict : गौतम अडानी ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि यह सत्य की जीत हुई है। साथ ही उन्होंने अपने साथ खड़े हुए लोगों का आभार भी जताया।
Gautam Adani Net worth : साल 2024 के पहले दो दिनों में दुनिया में सबसे अधिक दौलत गौतम अडानी की बढ़ी है। साल के पहले 2 दिन में ही अडानी की नेटवर्थ में करीब 13,500 करोड़ रुपये का इजाफा हो गया है। वहीं, मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में 7,222 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
संयुक्त उद्यम में 1,050 मेगावाट का पोर्टफोलियो है जिसमें भारत में सौर और पवन ऊर्जा दोनों परियोजनाओं के मिश्रण के साथ पहले से ही चालू (300 मेगावाट), निर्माणाधीन (500 मेगावाट) और विकासाधीन परिसंपत्तियों (250 मेगावाट) का मिश्रण शामिल है। इस लेन-देन के साथ टोटलएनर्जीज़ ने एजीईएल के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन को मजबूत किया है।
कंपनी ने वर्ष 2030 तक 45 गीगावाट हरित ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य तय किया हुआ है। उसके निदेशक मंडल ने प्रवर्तकों को 1,480.75 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 9,350 करोड़ रुपये की राशि के तरजीही वारंट जारी करने की मंजूरी दे दी है।
मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनके बाद गौतम अडानी, शापूर मिस्त्री, शिव नादर, सावित्री जिंदल, अजीम प्रेमजी, दिलिप संघवी, लक्ष्मी मित्तल, राधाकृष्ण दमानी और कुमार बिरला का स्थान है।
साल 2023 में अब तक सबसे अधिक संपत्ति मुकेश अंबानी या गौतम अडानी की नहीं, बल्कि सावित्री जिंदल की बढ़ी है। सावित्री जिंदल की संपत्ति इस साल अब तक 9.58 अरब डॉलर बढ़ी है। इस समय उनकी संपत्ति 25.3 अरब डॉलर है।
अडाणी ग्रुप ने हिंंडनबर्ग की रिपोर्ट को गलत सूचना, आधारहीन और बदनाम करने के आरोपों का पुलिंदा बताया था। जांच में ये बातें सही साबित हुई। भारत की सर्वोच्च अदालतों द्वारा आरापों को खारिज कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि शॉर्ट-सेलर का उद्देश्य भारत और उसकी विकास महत्वाकांक्षा पर एक सोचा-समझा हमला था।
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी दर्ज की गई है। इसके चलते ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप 14.68 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है। इस तेजी गौतम अडाणी तेजी से अमीरों की सूची में ऊपर आ गए हैं।
जनवरी के अंत में आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी समूह पर कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेराफेरी और वित्तीय गड़बड़ियां करने के आरोप लगाए गए थे। हालांकि, समूह ने इन सभी आरोपों को नकारा दिया था।
Bloomberg Billionaires Index: गौतम अडानी की संपत्ति में हाल के दिनों में तेजी आई है। इस कारण मुकेश अंबानी के साथ उनकी संपत्ति में अंतर काफी कम हो गया है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि राज्य चुनावों के बाद, बाजार में आशावाद पनपता है, जो नीति की निरंतरता की पुष्टि करता है और निवेशकों की अपेक्षाओं को पूरा करता है।
Forbes Billionaires List: अमेरिका से क्लीन चिट मिलने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में जबदस्त उछाल देखा गया है। इस कारण से गौतम अडानी की संपत्ति 10.6 अरब डॉलर बढ़ गई है।
एआईसीटीपीएल मुंदड़ा में अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) का एक संयुक्त उद्यम टर्मिनल है। एआईसीटीपीएल एक महीने में 3,00,000 से अधिक कंटेनर की आवाजाही का प्रबंधन करने वाला भारत का पहला टर्मिनल बन गया है।
अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों से संबंधित 24 में से 22 मामलों की जांच पूरी हो चुकी है जबकि दो मामलों में विदेशी नियामकों से जानकारी हासिल करने की जरूरत है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने वाले बाजार नियामक सेबी पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है। उसने कहा कि बाजार नियामक की जांच के बारे में भरोसा नहीं करने के लायक कोई भी तथ्य उसके समक्ष नहीं है।
अडाणी ग्रुप ने उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग को लेकर सोशल मीडिया पर समूह का नाम गलत तरीके से घसीटने का खंडन किया है। ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरंग निर्माण करने वाली कंपनी से अडाणी ग्रुप का कोई संबंध नहीं है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग के आरोपों को पीछे छोड़ते हुए अडाणी ग्रुप एक बार फिर छलांग लगाना शुरू कर दी है। ग्रुप कंपनियां बेहतर काम कर रही है। वहीं, देश के साथ विदेशों से कंपनियों को ऑर्डर मिलने शुरू हो गए हैं।
एडेलगिव हुरुन इंडिया फिलैन्थ्रपी लिस्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 में 119 परोपकारियों ने ₹5 करोड़ से अधिक का दान दिया। उनका कुल योगदान ₹8,445 करोड़ था। रिपोर्ट के अनुसार, 100 करोड़ रुपये से अधिक दान करने वाले भारतीय 2018 की सूची में 2 से बढ़कर 14 हो गए। शीर्ष 10 परोपकारियों ने ₹5,800 करोड़ से अधिक का दान दिया।
लेटेस्ट न्यूज़