मेरे लिये ये ज़रूरी है कि मैं ये कबूल करूं कि मैंने ज़िंदगी में जो भी छोटी उपलब्धि हासिल की है, वो निवेशकों के भरोसे की वजह से है। मेरी सारी कामयाबी उनकी कामयाबी है।
एक प्रेस नोट में इसे भ्रम फैलानेवाली खबर बताया गया है। प्रेस नोट में कहा गया है कि अंबुजा या एसीसी का कोई भी शेयर प्रमोटरों द्वारा गिरवी नहीं रखा गया है।
अडानी ग्रुप ने अपना 20 हजार करोड़ का FPO कैंसिल कर दिया है और कहा है कि मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इस फैसले पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट का बहुत असर नहीं माना जा रहा है क्योंकि इससे अडानी ग्रुप की क्रेडिबिलिटी पर बहुत सवाल नहीं खड़े हुए।
अडानी ग्रुप ने कहा कि ये दस्तावेज ‘चुनिंदा गलत सूचनाओं एवं छुपाकर रखे गए तथ्यों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन हैं।’ समूह ने कहा कि ये ‘‘निराधार और शर्मनाक आरोप किसी गुप्त मकसद’’ से लगाए गए हैं।
गौतम अडाणी ने 1988 में अडाणी एक्सपोर्ट्स के तहत एक जिंस व्यापार उद्यम स्थापित किया और इसे 1994 में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया। इस फर्म को अब अडाणी एंटरप्राइजेज कहा जाता है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। यह रिपोर्ट आने के बाद विविध कारोबार से जुड़े अडाणी समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई है।
बीते दो कारोबारी सत्रों में अडानी समूह का मार्केट कैप 4.18 ट्रिलियन रुपये घट गया है। अमेरिका स्थित निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह एक स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में शामिल था।
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाते हुए 88 सवाल पूछे हैं। इस रिपोर्ट के चलते अडानी के शेयरों में हाहाकार मचा है, कंपनी के शेयर 20 प्रतिशत तक टूट चुके हैं, अभी गिरावट जारी है।
दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में शुमार गौतम अडाणी की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का एफपीओ आज से खुल गया है।
अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग के अनुसार उसके दो साल के शोध के बाद यह पता चला कि अडाणी समूह दशकों से ‘खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी’ में शामिल रहा है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, अडानी ग्रुप की अधिकांश कंपनियों के स्टॉक में पिछले कुछ वर्षों में एक शानदार रैली रही है। इसके चलते अडानी एशिया के सबसे अमीर इंसान बन गए हैं।
गौतम अडाणी ने बड़ी तेजी से बंदरगाह और कोयला खनन पर केंद्रित अपने साम्राज्य का विस्तार किया और आज वह हवाई अड्डा, डाटा केंद्र और सीमेंट के साथ-साथ हरित ऊर्जा क्षेत्र में भी उतर चुके हैं।
एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी ने एआई को चिप के बाद नया क्षेत्र माना है, जिसमें आगे चलकर जंग कड़ी होने जा रही है।
गौतम अडाणी पोर्ट, सड़क, बिजली के क्षेत्रों में सिक्का जमाने के बाद अब पानी के क्षेत्र में उतरने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज पानी शुद्ध करने, शोधन और वितरण क्षेत्र में कदम रखने की योजना बना रही है।
अडानी की संपत्ति में गिरावट देखी गई है। उन्होंने सिर्फ 10 दिन में 91.2 करोड़ डॉलर गंवा दिए हैं। इसके चलते टॉप-3 की लिस्ट से भी बाहर होना पड़ा है।
अडानी ग्रुप के अंदर कुल 7 लिस्टेड शेयर हैं जो अडानी नाम से जुड़े हैं। वैसे तो इस ग्रुप ने कई कंपनियों में निवेश कर रखा है, जो आज तरक्की की नई मिसाल लिख रही है, लेकिन हम आज आपको इस ग्रुप के 5 ऐसे शेयर के बारे में बताएंगे जिसने निवेशकों को पिछले दो साल में मालामाल कर दिया है।
ब्लूमबर्ग के अनुसार गौतम अडानी की सम्पत्ति दुनिया में किसी भी अन्य शख्स के मुकाबले सबसे तेजी से बढ़ी है। रिपोर्ट के अनुसार इस साल उनकी निजी संपत्ति में 49 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई।
अडानी ग्रुप भारत के विकास के लिए कई तरह की परियोजनाओं में निवेश कर रहा है। इसका असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। समूह ने 5,700 करोड़ के प्रोजेक्ट के अप्रुवल के लिए आवेदन भी दिया है।
Adani Group: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी का अडाणी ग्रुप हरित ऊर्जा, डेटा केंद्र, हवाई अड्डे से लेकर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में 150 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा।
गौतम अडाणी ने कहा कि भारत अभी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। तथ्य यह है कि भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
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