देश के प्रमुख उद्योगपति अडाणी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'बधाई हो भारत'। भारत के 4,400 अरब डॉलर वाले जापान और 4,300 अरब डॉलर वाले जर्मनी को पीछे छोड़कर जीडीपी के लिहाज से तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सिर्फ दो साल बाकी हैं। तिरंगे की उड़ान जारी है!
इक्रा ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने वृद्धि अऩुमान को छह प्रतिशत पर बरकरार रखा है। यह आरबीआई के 6.5 प्रतिशत के अनुमान से कम है।
Global Ratings: आने वाला समय भारत का है। दुनिया इंडिया को सलाम करेगी। अगर वह 2031 तक यह उपलब्धि हासिल कर लेता है।
India Economy Growth Rate: आज के समय में भारत दुनिया भर में तेजी से विकास कर रहा है। महंगाई भी कंट्रोल में है। ADB के हाल में जारी हुए रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।
RBI Governor India: भारत की तरक्की आने वाले समय में और तेजी से बढ़ने जा रही है। इसके पीछे का कारण भी अब पता चल गया है। आरबीआई गवर्नर ने इसको लेकर जानकारी दी है।
रेल मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे वैष्णव ने कहा कि भारत को विश्व स्तर पर एक आकर्षक स्थान के रूप में देखा जा रहा है और दुनिया भारत में अपना भरोसा जता रही है।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की सहायक निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ''मार्च में भारतीय सामानों की अंतर्निहित मांग मजबूत रही।
Indian Economy Updates: शुद्ध रूप से सेवा निर्यात में पिछले साल के मुकाबले उछाल महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी और दूसरे सेवा क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी बढ़ायी है। आने वाले समय में भारत हर क्षेत्र में चहुमुखी विकास करेगा।
आरबीआई ने तो चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में और भी कम 4.2 फीसदी की वृद्धि दर का अनुमान जताया है।
भारत में सिकुड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए दुनिया भर की बड़ी आर्थिक संस्थाओं ने भारत को लेकर ग्रोथ के प्रोजेक्शन में बड़ी कटौती की है।
भारतीय इकोनॉमी के लिए एक अच्छी खबर आई है। वर्ल्ड बैंक ने जीडीपी वृद्धि दर को 6.5 से बढ़ाकर 6.9 फीसदी कर दिया है।
देश को विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्था और यूपी को देश में टॉप इकोनॉमी वाला राज्य बनाने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की ही नहीं है। योगी ने अपने बयान में स्टूडेंट्स को भी कुछ नियम फॉलो करने को कहा है।
आने वाला समय भारत का है। भारत के सुनहरे भविष्य का है। भारत के नेतृत्व में लिए गए फैसले पर दुनिया को अमल करने के लिए मजबुर होने का है। भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखने का है। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद आप भी समझ जाएंगे।
भारतीय करेंसी रुपया को मजबूत करने के तरीकों के बारे में पता चल गया है। इसी साल नोबेल पुरस्कार जीत चुके एक अमेरिकी अर्थशास्त्री ने एक शानदार तरकीब बताई है। आइए उसके बारे में जानते हैं साथ ही उस अमेरिकी के बारे में भी जानेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट को लेकर बैठके शुरु कर दी हैं। अलग-अलग राज्यों के वित्त मंत्रियों के साथ बैठके कर रही हैं। आज उन मंत्रियों के तरफ से सीतारमण के सामने ये मांगे रखी गई थी।
Recession in India: पूरी दुनिया मंदी की संकट को लेकर परेशान चल रही है। वहां की सरकारें तरह-तरह की नीतियां बना रही है ताकि आने वाली तबाही से नागरिकों को बचाया जा सके। वर्ल्ड बैंक ने भी 2023 की शुरुआत में मंदी आने को लेकर विश्व को आगाह किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत भी इसकी चपेट में आएगा?
Indian Economy: भारत के आर्थिक विकास के तरह-तरह के दावे के बावजूद ये रिपोर्ट उनकी पोल खोलती नजर आती है। देश की आधी से अधिक आबादी खुद को वित्तीय रुप से असुरक्षित महसूस कर रही है। कई चौंकाने वाले खुलासे इस रिपोर्ट में किए गए हैं।
Make In india: वार्षिक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) लगभग दोगुना होकर 83 बिलियन डॉलर हो गया है।
Piyush Goyal: अमेरिका (America) में एबीसी यानि एनीथिंग बट चाइना को व्यापक समर्थन मिल रहा है। भारत (India) तेजी से अमेरिकी व्यापार के लिए पहली पसंद का देश बनता जा रहा है।
Narendra Modi: आज के समय में भारत दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था (Fifth Largest Economy) वाला देश है। पिछले 10 सालों में भारत ने 10वें से 5वें स्थान तक का सफर तय किया है।
लेटेस्ट न्यूज़