शुक्रवार को टैरिफ को लेकर चिंताओं और विदेशी फंड आउटफ्लो के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट दर्ज की गई।
Highway Infrastructure IPO के लिए रिटेल व्यक्तिगत निवेशकों ने 155.58 गुना सब्सक्राइब किया। यह एक फ्रेश इश्यू है जिसके तहत 1.39 करोड़ शेयर (₹97.52 करोड़) की बिक्री होनी है।
घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में उछाल दर्ज किया गया। बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.30 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि, बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.18 प्रतिशत लुढ़क गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत पर रूस से तेल खरीदने के लिए 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की ऐलान किया। इस 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ के बाद भारत पर अमेरिका द्वारा लगाया गया कुल टैरिफ अब 50 प्रतिशत हो गया है।
आरबीआई की एमपीसी की घोषणा और ट्रम्प के भारत पर ज्यादा टैरिफ की चेतावनी का असर आज के कारोबार पर देखने को मिला। आज के कारोबार में लगभग 1293 शेयरों में तेजी आई, 2584 शेयरों में गिरावट आई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूसी तेल की निरंतर खरीद का हवाला देते हुए भारतीय निर्यात पर शुल्कों में काफी वृद्धि की चेतावनी दिए जाने के बाद धारणा को एक नया झटका लगा।
मंगलवार को एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स 2.50 अंकों (0.01%) के नुकसान के साथ 24,720.25 अंकों पर खुला।
यह पूरी तरह से फ्रेश यूनिट्स का इश्यू है। नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट की कुल ग्रॉस एसेट वैल्यू लगभग ₹62,000 करोड़ मानी जा रही है, जिससे यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा REIT बनने जा रहा है।
आज के कारोबार में पीएसयू बैंक, फार्मा, रियल्टी, आईटी, मेटल, टेलिकॉम, मीडिया, कंज़्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटो सेक्टर में 0.5% से 2.5% तक की तेजी देखने को मिली।
आज एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 30.70 अंकों की (0.12%) तेजी के साथ 24,596.05 अंकों पर खुला।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख (संपत्ति प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अमेरिकी शुल्क लागू होने, अब तक मिले-जुले नतीजों और एफआईआई की बढ़ती निकासी के बीच भारतीय शेयर बाजारों के मजबूत बने रहने की उम्मीद है।
ज्योति ग्लोबल प्लास्ट का आईपीओ पूरी तरह ओपन फॉर सेल है। हाल ही में कंपनी ने रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में प्रवेश किया है और इस सेगमेंट में ₹20 करोड़ से अधिक की ऑर्डर बुक दर्ज की है।
बीएसई और एनएसई दोनों ही एक्सचेंजों पर सिर्फ बिकवाली के ऑर्डर देखे गए, खरीदारी पूरी तरह से गायब रही। कंपनी के एमडी और सीईओ गिरीश कौसगी 28 अक्टूबर 2025 से अपने पद से इस्तीफा देंगे।
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गया 25% टैरिफ और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की लगातार बिकवाली से बाजार को झटका लगा है। बीते सत्र में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने ₹5,588.91 करोड़ की इक्विटी बिक्री की, जिससे घरेलू बाजार पर भारी दबाव बना।
अगस्त महीना उन लोगों के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है जो स्मार्ट निवेश से तगड़ा रिटर्न पाना चाहते हैं। इसमें एसएमई आईपीओ में भी निवेश कर मोटी कमाई का मौका मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा का बाजार पर जोरदार असर देखा जा रहा है। निवेशकों में टैरिफ को लेकर चिंता का माहौल है।
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी यानी एनएसडीएल ने मंगलवार को एंकर निवेशकों से 1,201 करोड़ रुपये से अधिक पहले ही जुटा लिए हैं। यह प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 1 अगस्त को बंद होगा।
आदेश में कहा गया, ये (उपहार) औपचारिक रूप से निष्पादित किए गए प्रतीत होते हैं, लेकिन शेयर प्रमाणपत्र न भेजे जाने के कारण हस्तांतरण कभी भी कानूनी रूप से पूरा नहीं हुआ।
NSE के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के 460.43 करोड़ रुपये के आईपीओ में 1,41,88,644 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 2,08,43,32,446 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं थी।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आज की शुरुआत सत्र में ऑटो, बैंकिंग और रियल एस्टेट को छोड़कर सभी अन्य सेक्टर हरा निशान दिखा रहे हैं, यानी उनमें तेजी दर्ज की गई है।
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