पाकिस्तानी सेना ने अपने बेड़े में हैदर टैंक को शामिल किया है। यह टैंक चीन की मदद से बनाया गया है। कंगाली की हालत से गुजर रहा पाकिस्तान चीन की मदद के बिना हथियार बनाने में अक्षम है। पाक सेना पूरी तरह चीन के भरोसे चल रही है।
26 जनवरी 2024 को भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज के ही दिन साल 1950 में हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर समारोह का आयोजन हुआ है।
उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने अपने सेना के एक जनरल को इतनी खौफनाक मौत दी है कि उसके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। बताया जा रहा है कि तख्तापलट की आशंका से किम ने अपने जनरल के हाथ और सिर को कटवाकर उसे पिरान्हा मछली के टैंक में फेंकवा दिया।
यूक्रेन युद्ध के मैदान में भागता हुआ घर चर्चा का विषय बन गया है। भागते हुए घर का वीडियो कैद होने के बाद रूसी सैनिक भी हैरान हैं। दरअसल यूक्रेन खास रणनीति के तहत रूसी सैनिकों को विस्मित करने के लिए यह घर रूपी टैंक बनाया है। यह टैंक देखने में बिलकुल घर जैसा है, जिसे देखकर दुश्मन धोखा खा सकते हैं।
यूक्रेन युद्ध में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों ने एक बार फिर से रूस की मुश्किल बढ़ा दी है। रूस के साथ युद्ध के दौरान सहायता करने के अपने वादों के मद्देनजर यूक्रेन को 98 प्रतिशत से अधिक लड़ाकू वाहनों की आपूर्ति की।
अमेरिका के घातक अब्राम टैंक अब रूस के लिए बड़ी मुश्किल पैदा कर सकते हैं। दरअसल अमेरिका अब यूक्रेनी सैनिकों को अब्राम के संचालन का प्रशिक्षण देने वाला है। प्रशिक्षण हासिल करने के बाद यूक्रेन के सैनिक रूसी सेना का मुकाबला करने के लिए इस घातक टैंक का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह टैंक दुनिया के डैंजरस टैंको में गिना जाता है।
यूक्रेन के साथ करीब 1 वर्ष से चल रहे युद्ध के दौरान रूसी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। थिंक टैंक विशेषज्ञ थिंक, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज (अईआईएसएस) की एक गणना के अनुसार यूक्रेन से लगभग एक साल तक चली लड़ाई के बाद रूस की सेना के टैंकों के बेड़े का लगभग 40 प्रतिशत नष्ट हो जाने का अनुमान है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के पास जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए टैंक नहीं हैं। जर्मनी ने वादा करने के बाद भी तेंदुआ 2 टैंक की अभी तक यूक्रेन को सप्लाई नहीं दी है। इससे युद्ध में यूक्रेनी सेना रूस के सामने पस्त होने लगी हैं। हालत यह है कि विभिन्न क्षेत्रों से अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेनी सैनिक युद्ध का मैदान छोड़ रहे हैं।
Russia_Ukraine War: पिछले 11 महीनों से युद्ध लड़ते-लड़ते यूक्रेन हथियार विहीन हो चुका है। हाल ही में अमेरिका ने उसे 2.5 अरब डॉलर के स्ट्राइकर समेत अन्य अत्याधुनिक हथियार दिए हैं, लेकिन इनमें लड़ाई में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले टैंक नहीं हैं। जर्मनी भी अभी तक यूक्रेन को तेंदुआ टैंक की सप्लाई नहीं कर पाया है।
वीडियो लिंक के जरिए संबोधन में जेलेंस्की ने ‘विशिष्ट हथियारों की कमी’ पर अफसोस जताया और कहा कि केवल ‘मनोबल और प्रोत्साहन’ के साथ युद्ध नहीं लड़ सकते। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने भागीदारों से सहायता के लिए उन्हें फिर से धन्यवाद देना चाहता हूं।
Russia-Ukraine War Update: राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कभी सपने में भी नहीं सोचा रहा होगा कि एक दिन उनके अपने ही टैंक रूसी सैनिकों को मौत की नींद सुलाने का काम करेंगे। मगर यह सच है। यूक्रेन के वॉर जोन में पिछले दिनों में परिस्थितियों कुछ ऐसी बदलीं कि उसके अपने ही टैंक रूस के लिए घातक साबित होने लगे।
Features of Zorawar Tank: दुनिया के विभिन्न देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों से एक के बाद एक भीषण युद्ध देखने को मिल रहा है। इस वजह से तीसरे विश्व युद्ध की आशंका लगातार प्रबल होती जा रही है। ऐसे में सभी देश अपनी सामरिक सुरक्षा को मजबूत करने में जुटे हैं।
जर्मनी में एक पेंशनभोगी को दूसरे विश्व युद्ध के एक टैंक सहित बड़ी संख्या में अवैध हथियार रखने के लिए दोषी ठहराया गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ जवानों को मिठाईयां बांटीं बल्कि वो इंडियन आर्मी के टैंक पर भी नजर आए। पीएम नरेंद्र मोदी ने जैसलमेर में शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी।
महाराष्ट्र के अहमदनगर में बृहस्पतिवार को स्वदेश निर्मित लेजर गाइडेड इंटी टैंक मिसाइल (एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। उन्होंने बताया कि मिसाइल का पिछले दस दिनों में इस तरह का दूसरा सफल परीक्षण था।
ताइवान न्यूज की एक खबर के मुताबिक, चीन अपने इस ख्वाब को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपनी सैन्य क्षमताओं में लगातार इजाफा कर रहा है।
राजस्थान के जैसलमेर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से चार टैंक रोधी बारुदी सुरंगें (एंटी टैंक माइन) मिली हैं।
सीरियाई सेना ने विद्रोही लड़ाकों को मात देने के बाद 2018 के मध्य में कुनेत्रा के दक्षिणी भाग को अपने नियंत्रण में ले लिया था।
सैन्य और खुफिया सूत्रों ने रविवार को यह दावा किया। दरअसल, पाकिस्तान की इस योजना का उद्देश्य मुख्य रूप से भारत से लगी सीमा पर अपनी लड़ाकू क्षमता को मजबूत बनाना है।
इससे पहले भारत टर्बोचार्जर, सुपरचार्जर, फ्यूल इंजेक्शन पंप जैसे महत्वपूर्ण पुर्जों के लिए रूस पर निर्भर था।
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