
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल का 11 जून से लॉर्ड्स में आगाज हो चुका है। पहले दिन साउथ अफ्रीका के गेंदबाज कगिसो रबाडा और मार्को येनसन ने गेंद से कहर बरपाते हुए ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को महज 212 रनों पर समेट दिया। कगिसो रबाडा ने 5 विकेट अपने नाम किए जबकि मार्को येनसन ने 3 विकेट चटकाए। केशव महाराज और एडन मारक्रम को एक-एक विकेट मिला। ऑस्ट्रेलिया के 212 रनों के जवाब में साउथ अफ्रीका की पारी का आगाज भी कुछ खास नहीं रहा। साउथ अफ्रीका ने अपने 4 विकेट महज 30 रन के भीतर खो दिए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका का स्कोर 43 रन पर 4 विकेट था। कप्तान टेम्बा बावुमा 3 और डेविड बेडिंगम 8 रन बनाकर नाबाद लौटे।
पैट कमिंस ने किया बावुमा का शिकार
दूसरे दिन बावुमा और बेडिंगम ने संभलकर खेलना शुरू किया और टीम का स्कोर 90 के पार ले गए। इस दौरान दोनों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी हो गई। इससे पहले ये साझेदारी और बड़ी होती, ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा को आउट करते हुए अपनी टीम को बड़ी सफलता दिला दी। इस तरह लॉर्ड्स में बड़ा कारनामा देखने को मिला।
तीसरी बार हुआ ऐसा
दरअसल, पैट कमिंस ने 40वें ओवर की दूसरी गेंद पर बावुमा का शिकार किया। इसके साथ ही कमिंस लॉर्ड्स में टेस्ट में विपक्षी कप्तान को आउट करने वाले ऑस्ट्रेलिया के महज तीसरे कप्तान बन गए हैं। 50 साल बाद ऐसा हुआ है जब क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में किसी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने टेस्ट में सामने वाली टीम के कप्तान का शिकार किया है। इससे पहले साल 1975 में ऑस्ट्रेलिया के इयान चैपल ने इंग्लैंड के टोनी ग्रेग को आउट किया था। उस मैच में दोनों खिलाड़ी अपनी-अपनी टीम के कप्तान थे।
लॉर्ड्स में टेस्ट में विपक्षी कप्तान को आउट करने वाले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान
- मोंटी नोबल - आर्ची मैकलारेन (1909)
- इयान चैपल - टोनी ग्रेग (1975)
- पैट कमिंस - टेम्बा बावुमा (2025)
लॉर्ड्स में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के मोंटी नोबल ने बतौर कप्तान साल 1909 में आर्ची मैकलारेन को आउट किया था। आर्ची मैकलारेन उस मैच में इंग्लैंड टीम के कप्तान थे। दिलचस्प बात ये है कि मोंटी नोबल ने दोनों पारियों में आर्ची मैकलारेन को अपना शिकार बनाया था।