अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित छोटे से देश केप वर्डे (Cape Verde) ने इतिहास रच दिया है। केप वर्डे ने 13 अक्टूबर को इस्वातिनी (Eswatini) को 3-0 से हराकर 2026 फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। यह पहली बार होगा जब केप वर्डे की टीम वर्ल्ड कप में खेलेगी। केप वर्डे की ओर से डेलॉन लिव्रामेंटो ने 48वें मिनट में पहला गोल किया। इसके बाद विली सेमेडो ने 54वें मिनट में बढ़त को दोगुना किया और स्टोपिरा ने इंजरी टाइम में तीसरा गोल दागा। मैच खत्म होने के बाद मैदान और स्टैंड्स दोनों में जश्न का माहौल था।
दूसरा सबसे छोटा देश
केप वर्डे अफ्रीकी क्वालीफायर के ग्रुप ‘डी’ में शीर्ष पर रहा और महाद्वीप से मिलने वाले नौ सीधे टिकटों में से एक हासिल किया। जनसंख्या के लिहाज से केप वर्डे अब आइसलैंड (2018) के बाद वर्ल्ड कप खेलने वाला दूसरा सबसे छोटा देश बन गया है। बता दें, केप वर्डे की आबादी 5 लाख से थोड़ी ही ज्यादा है। लगभग 5.25 लाख की आबादी वाले इस देश को जीत की जरूरत थी, लेकिन कैमरून के न जीतने की स्थिति में हार के बावजूद भी वह क्वालीफाई कर सकता था। केप वर्डे ने ग्रुप में कैमरून से चार अंक ज्यादा हासिल किए। कैमरून को अंगोला के खिलाफ 0-0 की बराबरी से संतोष करना पड़ा।
फीफा अध्यक्ष ने दी बधाई
फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने वीडियो संदेश में कहा कि क्या ऐतिहासिक पल है! केप वर्डे को पहली बार फीफा वर्ल्ड कप में जगह बनाने पर बधाई। आपका झंडा अब दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल मंच पर लहराएगा। उन्होंने आगे कहा कि हाल के वर्षों में फुटबॉल के विकास के लिए आपका प्रयास शानदार रहा है। अब आपके सितारे वैश्विक मंच पर चमकेंगे और नई पीढ़ी को प्रेरित करेंगे।
फीफा के अनुसार, केप वर्डे के मैच के टिकट रिकॉर्ड समय में बिक गए और सरकार ने मैच देखने के लिए देशभर में आधे दिन की छुट्टी घोषित की थी।बता दें, 2026 फीफा वर्ल्ड कप अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में आयोजित होगा, जिसमें पहली बार 48 टीमें भाग लेंगी।
ट्यूनिशिया ने जीत से किया क्वालीफायर का अंत
दूसरी तरफ ट्यूनिशिया ने क्वालीफायर का अंत शानदार जीत से किया। पहले ही वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर चुकी ट्यूनिशिया ने नामीबिया को 3-0 से हराकर अफ्रीकी क्वालीफायर का अंत शानदार अंदाज में किया। अली अब्दी ने 28वें मिनट में पेनल्टी पर गोल किया, जबकि हैनिबल मेजब्री और फरजानी सासी ने दूसरे हाफ में गोल दागे। ट्यूनिशिया ने ग्रुप ‘एच’ में 10 मैचों से 28 अंक जुटाए और अपने विरोधियों को 22-0 के अंतर से पछाड़ दिया। नामीबिया दूसरे स्थान पर रही।
ग्रुप ‘एच’ के अन्य मुकाबले में इक्वेटोरियल गिनी और लाइबेरिया के बीच 1-1 की बराबरी हुई, जबकि साओ टोमे एंड प्रिंसिपे ने मलावी को 1-0 से हराकर 10 साल में अपनी पहली वर्ल्ड कप क्वालीफायर जीत दर्ज की। ग्रुप ‘बी’ में साउथ सूडान और टोगो के बीच मुकाबला गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ। 2010 वर्ल्ड कप क्वार्टरफाइनलिस्ट घाना ने भी टूर्नामेंट में जगह बना ली और अब तक ट्यूनिशिया, अल्जीरिया, मिस्र, मोरक्को और घाना अफ्रीका से क्वालीफाई कर चुके हैं।
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