शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उधर, इस फैसले पर अजित पवार के नाराज होने की खबरें सामने आने लगी थी। लेकिन अजित पवार ने कहा कि वे नाराज नहीं हैं।
शरद पवार जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे उसी वक्त इंडिया टीवी की तरफ से यह सवाल आया कि मंच पर अजित पवार क्यों नहीं हैं? इस सवाल पर शरद पवार मुस्कुराने लगे।
शरद पवार के इस फैसले से कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ विरोधी पार्टी बीजेपी भी सकते में है। इसे लेकर बीजेपी की ओर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
एनसीपी के मुखिया पद से शरद पवार ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सबसे बड़ा सवाल ये है कि एनसीपी का नया मुखिया कौन होगा। कहा जा रहा है शरद ने खुद नया नाम तय कर लिया है। जानें डिटेल्स-
अटकलें हैं कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल होंगे और उनके समर्थक उनके अगला सीएम बनने के समर्थन में होर्डिंग भी लगाए थे। इसे लेकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रहार किया है।
राज ठाकरे ने बाल ठाकरे की शिवसेना से नाता तोड़कर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की आधारशिला रखी थी।
अजित पवार ने कहा कि जो पोस्टर लगाया जा रहा है उसे बंद करें, मैंने कभी नहीं कहा कि ऐसे पोस्टर लगाया जाए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के पॉलिटिकल क्राइसिस पर सुनवाई चल रही, जब फैसला आएगा, तब बात करेंगे।
महाराष्ट्र में एकतरफ सत्तापक्ष बीजेपी शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज है वही विपक्ष महाविकास आघाड़ी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान छिड़ गया है।
मुंबई में आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के यूथ विंग का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम का नाम है युवा मंथन। इसी कार्यक्रम में NCP के जो पोस्टर्स लगे हैं उनमें लिखा है कि अजित पवार मुख्यमंत्री बनते हैं तो क्या होगा?
महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों गरमागरमी चल रही है। इस तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या अजित पवार बगावत करने वाले हैं? क्या वह 40 विधायकों के साथ अजित पवार महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में शामिल हो जाएंगे?
अजित पवार ने कहा कि दुनिया पर अपना ज़ोर नही। अब हमने चीन को भी पीछे कर दिया है। जब देश आजाद हुआ था तब देश की आबादी 35 करोड़ थी अब हम 142 करोड़ पहुच गए हैं और इसके लिए हम ज़िम्मेदार हैं।
मुख्यमंत्री पद के संबंध में अजित पवार के बयान को लेकर सवाल पर पटोले ने कहा कि अगर कोई नेता राज्य का नेतृत्व करने की महत्वाकांक्षा पाल रहा है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
EVM को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता जहां लगातार बयानबाजी करते हैं, जबकि अजित पवार ने हाल ही में कहा था कि उन्हें EVM से कोई दिक्कत नहीं है।
अजित पवार ने खुलासा किया कि 2004 में जब एनसीपी ने गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीती थीं, तो उस वक्त उनके सहकर्मी दिवंगत आर आर पाटिल मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन दिल्ली से एक संदेश आया कि उनकी पार्टी को उपमुख्यमंत्री पद मिलेगा।
अजीत पवार ने एक बयान में कहा था कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ईवीएम पर पूरा भरोसा है, और ईवीएम से छेड़छाड़ संभव नहीं है।
मंच पर एनसीपी के सभी बड़े नेताओं के नाम की कुर्सियां लगी थीं लेकिन अजित पवार का नाम और उनकी कुर्सी गायब थी।
अजित पवार को यह उम्मीद थी की पार्टी के 53 विधायकों में से 35 से ज्यादा विधायक उनके साथ जुड़ जाएंगे लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए। सूत्रों के मुताबिक अजित पवार ने खुद विधायकों से बात भी की थी।
योगी आदत्यनाथ ने साफ कर दिया है कि वह राजनीतिक हमले झेल लेंगे लेकिन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में कोई कमी नहीं आएगी।
अजित पवार के एनसीपी से बगावत करने को लेकर तमाम चर्चाएं हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अजित पवार बगावत करने वाले हैं? क्या 40 विधायकों के साथ अजित पवार महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में शामिल हो जाएंगे? क्या अजित पवार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के लिए शरद पवार को धोखा देंगे?
महाराष्ट्र में सियासी भूचाल तेज है। एनसीपी के नेता अजित पवार के बीजेपी में जाने की संभावना को लेकर अटकलबाजी तेज है। अजित पवार ने इस बीच बड़ा बयान दिया है। जानें पल-पल की खबर
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