Chaitra Navratri 2024 Remedies: अगर आपके जीवन में तमाम तरह की परेशानियां बनी हुई हैं तो आज चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन जरूर करें ये उपाय। इन उपायों से आपका जीवन खुशहाल और समृद्ध बन जाएगा।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, देवी ब्रह्मचारिणी ने भगवान शिव शंकर को अपने पति के रूप में पाने के लिए बेहद ही कठिन तपस्या की थी। अपने तप के दौरान उन्होंने केवल बेल पत्र का सेवन किया था। बाद में इसे भी खाना त्याग कर निर्जल और निराहार रहकर तप करती रहीं।
चैत्र नवरात्र के दूसरा दिन का संबंध मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी से है । यहां ‘ब्रह्म’ शब्द का अर्थ तपस्या से है और ‘ब्रह्मचारिणी’ का अर्थ है- तप का आचरण करने वाली । मां दुर्गा का ये स्वरूप अनन्त फल देने वाला है ।
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।
Worship Maa Brahmacharini on the second day of Navaratri
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